A Press Conference was organised at BJP, Chandigarh Head Office Kamlam today. Union Budget 2024 was the focus of the conference. The conference was addressed by Member of Parliament Anurag Thakur. Addressing the media person, Anurag Thakur, congratulated the Prime Minister on a historic third consecutive term as the Prime Minister of the country.
He also congratulated Finance Minister Nirmala Sitaraman, for a progressive budget that not only caters to all sections of the society but also to the needs of an aspirational India. He said that the size of the budget had increased almost three times in ten years. In the Capital expenditure too there is a huge leap from 5 lakh crores, to 7 lakh crores, to 10 lakh crores, and now 11.11 lakh crores.
When the capital expenditure of the government is so much, it will have a cascading impact. It will also lead to a hike in private sector investment, job creation will happen, employment opportunities will increase and our basic structure will be strengthened. Our fiscal deficit is now targeted to go down from 4.9% to 4.5%.
Our foreign exchange reserves have increased from 320 billion dollars in 2014 to 666 million dollars. He detailed the provisions made in the budget for various sections of the society. Poor, Farmers, Women, and Youth are the Castes given by PM Modi. The budget has laid special emphasis on these.
New Education Policy and a ministry for skilling were operational to increase the employability of the youth with a provision of about 1.48 lakh crores for education, employment and skilling. Respecting cooperative federalism 1.5 lakh crores is being given to the states, for the next fifty years without interest.
A huge budget of 2.66 lakh crores has been given to the Rural Development Ministry for the development of rural areas. Women, another key focus area, one crore lakhpati didis have been created through self-help groups with a target to make three crore lakhpati didis.
Farmers being a key focus area, the BJP government, in line with the Swaminathan Commission report, is committed to giving 50% over the cost of production to the farmers and has been doing so with continuously increasing MSPs. The Modi government in ten years has purchased crops on MSP worth 18.40 lakh crores against a figure of 5.5 lakh crores during the UPA regime.
By abolition of Angel tax created by UPA and various other measures, the government is promoting Startups which have gone from 350 to 1,20,000. Responding to a question he expressed his displeasure over the NITI Aayog boycott by the opposition-governed states which were using the platform of Niti Aayog only for the sake of doing politics.
He said that BJP was in opposition; they always attended the Planning Commission meetings and put forward their issues. The absence of a feedback mechanism from the states is incorrect. Do the elected representatives of the states want to keep themselves away from this system today only to do politics?
We have seen this in the Parliament in the last few years, this opposition only wanted to create a ruckus, he said. On a question on MSP, he said that while the Modi government is doing so , AAP in Punjab before coming to power, used to say that if they do not give MSP, then will my government give MSP? Where is that MSP?
Expressing deep remorse on the death of children in Delhi he asked what condition have they made of Delhi. They had committed to making Delhi a city of lakes. 3 young children have died by drowning in a basement in the capital of the country. Is this Arvind Kejriwal's model of governance?
State President, Jatinder Malhotra, Co-incharge Himachal, Sanjay Tandon, Amit Jindal, and Hukam Chand, State General Secretaries of the party, and Dr Dharinder Tayal Chief Spokesperson, Sanjeev Rana State Secretary were also present on the occasion.
विपक्ष ने नीति आयोग मंच का इस्तेमाल सिर्फ़ अपनी राजनीति चमकाने के लिए किया : अनुराग ठाकुर
कहाँ हैं पंजाब में आम आदमी पार्टी की एमएसपी: अनुराग ठाकुर
चंडीगढ़
आज चंडीगढ़ भाजपा मुख्यालय कमलम् में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। कॉन्फ्रेंस का मुख्य विषय केंद्रीय बजट 2024 रहा। सम्मेलन को सांसद अनुराग ठाकुर ने संबोधित किया। मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री को देश के प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरी बार ऐतिहासिक कार्यकाल पूरा करने पर बधाई दी।
उन्होंने प्रगतिशील बजट के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भी बधाई दी, जो न केवल समाज के सभी वर्गों की जरूरतों को पूरा करता है, बल्कि आकांक्षी भारत की जरूरतों को भी पूरा करता है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने विपक्ष शासित राज्यों द्वारा नीति आयोग के बहिष्कार पर नाराजगी जताई। विपक्ष शासित राज्यों ने नीति आयोग के मंच का इस्तेमाल सिर्फ राजनीति करने के लिए किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्ष में थी, वे हमेशा योजना आयोग की बैठकों में जाते थे और अपने मुद्दे रखते थे। राज्यों से फीडबैक तंत्र का न होना गलत है। क्या आज राज्यों के चुने हुए प्रतिनिधि सिर्फ राजनीति करने के लिए खुद को इस व्यवस्था से दूर रखना चाहते हैं? हमने पिछले कुछ सालों में संसद में भी यही देखा है, विपक्ष सिर्फ हंगामा करना चाहता था।
एमएसपी पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मोदी सरकार एमएसपी कर रही है, जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी सत्ता में आने से पहले कहती थी कि अगर हम एमएसपी नहीं देंगे तो क्या हमारी सरकार एमएसपी देगी? वह एमएसपी कहां है? दिल्ली में बच्चों की मौत पर गहरा दुख जताते हुए उन्होंने पूछा कि दिल्ली की क्या हालत कर दी है।
दिल्ली को झीलों का शहर बनाने का वादा किया था। देश की राजधानी में बेसमेंट में डूबकर 3 छोटे बच्चों की मौत हो गई। क्या यही है अरविंद केजरीवाल का शासन मॉडल? देश की राजधानी में 3 होनहार नौजवान बच्चे बेसमेंट में डूब जाते हैं, अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को इस स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है। उज्ज्वल भविष्य के लिए दिल्ली आए इन नौजवानों का क्या क़सूर था?
बजट पर बोलते हुए श्री अनुराग ठाकुर में कहा “भारत की स्वस्थ अर्थव्यवस्था वाली ‘राष्ट्रनीति’ ही मोदी सरकार की शानदार ‘राजनीति’ का प्रमाण है। दस वर्षों में बजट का आकार लगभग तीन गुना बढ़ गया है। पूंजीगत व्यय में भी 5 लाख करोड़ से 7 लाख करोड़, 10 लाख करोड़ और अब 11.11 लाख करोड़ की बड़ी छलांग है।
जब सरकार का पूंजीगत व्यय इतना अधिक होगा, तो इसका व्यापक प्रभाव पड़ेगा। इससे निजी क्षेत्र में निवेश भी बढ़ेगा, रोजगार सृजन होगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और हमारा आधारभूत ढांचा मजबूत होगा। हमारा राजकोषीय घाटा अब 4.9% से घटकर 4.5% पर आने का लक्ष्य है। हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 2014 के 320 बिलियन डॉलर से बढ़कर 666 मिलियन डॉलर हो गया है।
उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के लिए बजट में किए गए प्रावधानों का ब्यौरा दिया। गरीब, किसान, महिला और युवा, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए वर्ग हैं। बजट में इन पर विशेष जोर दिया गया है। युवाओं की रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए नई शिक्षा नीति और कौशल विकास मंत्रालय का संचालन किया गया, जिसमें शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास के लिए लगभग 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया।
सहकारी संघवाद का सम्मान करते हुए राज्यों को अगले पचास वर्षों के लिए बिना ब्याज के 1.5 लाख करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय को 2.66 लाख करोड़ का भारी भरकम बजट दिया गया है। महिलाओं पर भी विशेष ध्यान दिया गया है।
स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से एक करोड़ लखपति दीदियों का निर्माण किया गया है, जिसमें तीन करोड़ लखपति दीदियों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। किसानों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुरूप भाजपा सरकार किसानों को उत्पादन लागत का 50% देने के लिए प्रतिबद्ध है और एमएसपी में लगातार वृद्धि के साथ ऐसा कर रही है।
मोदी सरकार ने दस वर्षों में 18.40 लाख करोड़ रुपये की एमएसपी पर फसलें खरीदी हैं, जबकि यूपीए शासन के दौरान यह आंकड़ा 5.5 लाख करोड़ रुपये था। यूपीए द्वारा लगाए गए एंजल टैक्स को समाप्त करने तथा अन्य उपायों के माध्यम से सरकार स्टार्टअप्स को बढ़ावा दे रही है, जिनकी संख्या 350 से बढ़कर 1,20,000 हो गई है।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष जतिंदर मल्होत्रा, हिमाचल के सह-प्रभारी संजय टंडन, अमित जिंदल और हुकम चंद, पार्टी के राज्य महासचिव और मुख्य प्रवक्ता डॉ. धरिंदर तायल, संजीव राणा प्रदेश सचिव भी उपस्थित थे ।