देश में एक राष्ट्र स्तरीय कौशल विकास अकादमी 'मौलाना आजाद नेशनल एकेडमी फॉर स्किल्स' (मानस) स्थापित की जा रही है। इसका मुख्यालय दिल्ली में होगा। यह घोषणा अल्पसंख्यक मामलों की केंद्रीय मंत्री डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने बुधवार को यहां राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम (एनएमडीएफसी) से जुड़ी स्टेट चैनलाइजिंग एजेंसियों (एससीए) के वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान की। मंत्री ने कहा, "मानस कौशल विकास को लागू करने के लिए एक विशेष वाहन के रूप में काम करेगी। इसके जरिए अल्पसंख्यक मंत्रालय अन्य मंत्रालयों और केंद्रीय/राज्य सरकारों के विभागों एवं संगठनों द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों में सुधार किया जाएगा।" उन्होंने बताया कि यह बेहद महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसमें अर्थव्यवस्था के उन क्षेत्रों में, जहां किल्लत है या भविष्य में मांग निकलने की संभावना है, कौशल प्रशिक्षण और उन्नयन उपलब्ध कराने के लिए ध्यान केंद्रित किया गया है ताकि वे लाभदायक रोजगार या स्वरोजगार के अवसर पा सकें।
एनएमडीएफसी ऐसे व्यक्तियों को जो अपना स्वयं का कारोबार करना चाहते हैं या अपने कारोबार का विस्तार करना चाहते हैं, उन्हें कौशल प्रशिक्षण व उन्नयन के लिए रियायती दर पर कर्ज उपलब्ध कराया जाएगा। मानस को कौशल की मांग और रियायती ऋण की जरूरत के मध्य एक संबंध के रूप में माना जाता है ताकि कौशल प्रशिक्षण/उन्नयन और रोजगार/स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा सके। एक विस्तृत ऑल इंडिया कोलेबोरेटिव नेटवर्क फॉर एकेडमी की स्थापना के लिए मानस और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए थे। उत्कृष्ट कार्य करने वाले तीन सर्वश्रेष्ठ एससीए नगालैंड राज्य समाज कल्याण बोर्ड, केरल राज्य बीसी विकास निगम और जम्मू एवं कश्मीर महिला विकास निगम को नकद पुरस्कार दिए गए। इस अवसर पर मंत्री ने एनएमडीएफसी के न्यूज लेटर का पहला संस्करण पर जारी किया। इस अवसर पर मंत्रालय के सचिव डॉ. ललित के. पंवार ने कहा कि एनएमडीएफसी मंत्रालय की 14 में से 7 योजनाओं को सफल बनाने में भारी योगदान कर सकता है। इस सम्मेलन में राज्य सरकारों के संबंधित विभाग, एनएमडीएफसी की स्टेट चैनलाइजिंग एजेंसियों, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय और विभिन्न मंत्रालयों के अधीनस्थ इसी प्रकार के सामाजिक क्षेत्र के शीर्ष निगमों के अधिकारियों, बैंकरों इत्यादि ने भाग लिया।