हरियाणा में नव गठित हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) द्वारा शनिवार को कुरुक्षेत्र स्थित गुरुद्वारा छठी पातशाही पर नियंत्रण का प्रयास किए जाने के बाद शहर में तनाव पैदा हो गया। गुरुद्वारा छठी पातशाही राज्य का सबसे बड़ा गुरुद्वारा है। गुरुद्वारा के आसपास भारी पुलिस बंदोबस्त किया गया था। भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच एचएसजीपीसी के नेता और उनके समर्थक गुरुद्वारा की ओर जाते देखे गए।गुरुद्वारा पर नियंत्रण करने पहुंचे लोगों ने पुलिस के दो बैरियरों को तोड़ा। कुरुक्षेत्र यहां से करीब 110 किलोमीटर दूर स्थित है।गुरुद्वारा पर नियंत्रण रखने वाले अमृतसर स्थित शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सदस्य और कार्यबल एवं अन्य स्वयंसेवक इस प्रयास का विरोध कर सकते हैं। एसजीपीसी के सदस्य व स्वयंसेवक कृपाण, भाला जैसे परंपरागत हथियारों से लैस हैं।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे एचएसजीपीसी के पदाधिकारियों और उनके समर्थकों को समझाने-बुझाने का प्रयास कर रहे हैं और उन्हें हिंसात्मक स्थिति पैदा होने से रोक रहे हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "हम स्थिति पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं।"एचएसजीपीसी के पदाधिकारी जोगा सिंह ने कहा, "हरियाणा के सिख यहां गुरुद्वारा पर नियंत्रण पाने के लिए आए हैं। हम सभी सिखों से यहां पहुंचने और गुरुद्वारा पर कब्जा करने में मदद की अपील कर रहे हैं।"एचएसजीपीसी ने शुक्रवार को एसजीपीसी से गुरुद्वारा का अभिलेख सौंपने को कहा था और एसजीपीसी ने इससे साफ इनकार किया था। हरियाणा में पृथक कमेटी का एसजीपीसी और पंजाब में सत्ताधारी शिरोमणि अकाली दल विरोध कर रहे हैं। एसजीपीसी पर भी अकाली दल का ही कब्जा है।