जमीनें बेचने के आरोपों की जांच की तैयारी
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5 दरिया न्यूज (विजयेन्दर शर्मा)
शिमला , 15 Jan 2013
भाजपा की पूर्व सरकार पर हिमाचल फॉर सेल के कांग्रेसी आरोपों की जांच शुरू हो गई है। इस संबंध में राजस्व महकमे के अधिकारियों को आदेश हुए हैं और विभाग ने कांग्रेस की चार्जशीट मांगी है। कांग्रेसी चार्जशीट में जितने भी आरोप लगे हैं चरणबद्ध तरीके से उनकी जांच कर अलग-अलग फाइलें तैयार होंगी, क्योंकि ये मामले कई जिलों से जुड़े हुए हैं। कांग्रेस ने अपनी चार्जशीट में आरोप लगाया था कि हिमाचल को बेचा जा रहा है। यहां धारा 118 की अनुमतियां नियमों को ताक पर रखकर की गई हैं। जिन लोगों ने जमीनें ली हैं वे तो सामने नहीं हैं, क्योंकि किसी दूसरे के नाम पर रजिस्ट्रियां करवाई हैं और ऐसी रजिस्ट्रियों के पते खंगालने शुरू कर दिए गए हैं। इसमें सबसे अधिक सोलन जिला में हैं, जहां पर एक ही व्यक्ति के नाम पर मात्र कुछ दिनों में ही 10 से 15 रजिस्ट्रियां हुई हैं। कांग्रेस के आरोप पत्र में अन्ना टीम के प्रशांत भूषण को पालमपुर में चाय बागान खरीदने की अनुमति देने, शिमला में बैंटनी कैसल का सौदा, बैमलोई बिल्डर के नाम से जंगल के एरिया में फ्लैट बनाने की अनुमति, बैमलोई बिल्डर के ही पास एक करोड़ 50 लाख रुपए लागत की बेशकीमती जमीन का सौदा करने के आरोप शामिल हैं। इसके अलावा शिमला के टुटू के पास रामपुर क्योंथल में सैकड़ों बीघा जमीन का बेनामी सौदा करने का भी एक आरोप है, जिस पर भी जांच का काम शुरू हो गया है। सूत्रों का कहना है कि अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व ने संबंधित इलाकों के अधिकारियों को कहा है कि वे जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट दें और पुरानी सरकार द्वारा उन्हें दिए गए आदेशों के बारे में भी बताएं। कांग्रेस चार्जशीट के मुताबिक निजी विश्वविद्यालयों को दी गई जमीनों की भी जांच होगी और देखा जाएगा कि इसमें नियमों की पूर्ति की गई है या फिर नहीं। इस संबंध में भी राजस्व विभाग दस्तावेज जुटाने में लग गया है। चार्जशीट में भाजपा के आला नेता के पुत्र द्वारा धर्मशाला में खरीदी की गई जमीन का मामला भी है, जिसके कागजात भी खंगाले जाएंगे, वहीं कुल्लू व मंडी जिलों में हुए भू-सौदों की भी जांच होगी। इसमें स्वास्थ्य विभाग अहम है, जिसमें दवा घोटाले के आरोप कांग्रेस ने लगाए हैं। इसके अतिरिक्त खाद्य आपूर्ति का दाल घोटाला, हिमुडा का आवास घोटाला, जेपी कंपनी के साथ हुए समझौते, अपार्टमेंट फर्जीबाड़ा, स्वां चैनेलाइजेशन जैसे कई अहम मामले हैं।