सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की कृपा से आज एक विशाल महिला सन्त समागम का आयोजन सन्त निरंकारी सत्संग भवन सैक्टर 30 चंडीगढ़ में किया गया। जिसमें दिल्ली से आई श्रीमति राज कुमारी जी, मेम्बर इंचार्ज, प्रचार विभाग, संत निरंकारी मण्डल, ने हज़ारों की संख्या में उपस्थित श्रृद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि जो भी इन्सान परमात्मा की जानकारी के बाद इसके एहसास में जीवन जीता है।
उसके मन में इन्सानियत वाले गुण प्रीत, प्यार, नम्रता, करूणा, दया, सहनशीलता, विशालता, सहज में ही प्रवेश कर जाते हैं क्योंकि परमात्मा के एहसास से उसे यह स्पष्ट हो चुका होता है कि हर एक प्राणी में इस प्रभु परमात्मा का वास है। आदरणीय कुमारी जी ने आगे कहा कि जिस प्रकार लाईट का स्विच आन करते ही कमरे में प्रकाश हो जाता है और अन्धेरा तुरन्त समाप्त हो जाता है इसी प्रकार यदि इन्सान को पूर्ण सत्गुरू की शरण मिल जाए तो फिर परमात्मा की जानकारी में भी देरी नहीं लगती।
ऐसी ही कृपा वर्तमान सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज द्वारा संसार के कोने कोने में जाकर की जा रही है और इन्सान के मनों में नफरत, निन्दा, वैर, ईर्ष्या रूपी अन्धकार को समाप्त कर मानवीय गुणरूपी प्रकाश का वास किया जा रहा है। घरों को स्वर्ग बनाने में महिलाओं के रोल की चर्चा करते हुए आदरणीय कुमारी जी ने कहा कि हमें घर में छोटे बड़े सभी सदस्यों के स्वभाव को समझना चाहिए और उनकी रूचि की ओर भी ध्यान देना चाहिए ताकि सास-बहु, मां-बेटी, ननद-भाभी आदि सभी का आपस में प्यार बना रहे।
इसके अतिरिक्त हमें अपने बच्चों को बचपन से ही अध्यात्मिकता की ओर भी लेकर जाना चाहिए ताकि बड़े होकर वे एक अच्छे बच्चे, अच्छे नागरिक, एक अच्छे देश सेवक बन सकें। इससे पूर्व चंडीगढ़ जोन के ज़ोनल इन्चार्ज श्री ओ0 पी0 निरंकारी ने दिल्ली से आये आदरणीय राज कुमारी जी तथा उनके साथ आये उनके पति आदरणीय नरेंद्र जी एवं उपस्थित श्रृद्धालुओं का धन्यवाद व स्वागत किया।