किसानों को मंडियों में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आने दी जायेगी और किसानों की फ़सल का एक- एक दाना उठाकर बनती रकम भी किसानों के खातों में तुरंत डाली जायेगी। इन विचारों का प्रगटावा फूड सप्लाई मंत्री पंजाब लाल चंद कटारूचक्क द्वारा जगराओं मंडी में किसानों की फसलों का मूल्य लगाते हुए किया गया।इस मौके पर हलका जगराओं के विधायिका बीबी सरवजीत कौर माणूके और हाकम सिंह विधायक रायकोट भी उनके साथ थे।
फूड सप्लाई मंत्री ने कहा कि पंजाब भर की मंडियों में साढ़े सात लाख मीट्रिक टन धान की आमद हुई है और सात लाख मीट्रिक टन की खरीद हो चुकी है और 1700 करोड़ रुपए किसानों के खातों में डाले जा चुके हैं। बाकी बचे किसानों का धान भी खरीद कर बनती रकम उनके खातों में डाल दी जायेगी।
पत्रकारों द्वारा पंजाब में अवैध रूप से चल रहे शैलरों के सम्बन्ध में फूड सप्लाई मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने कहा कि पंजाब भर में कुछ भी अवैध नहीं होने दिया जायेगा और शैलरों के सम्बन्ध में बाकायदा समिति बनाई गई है, जो जांच कर रही है और अवैध काम कर रहे किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जायेगा।
मंत्री द्वारा किसानों और मज़दूरों की समस्याएँ भी सुनी गईं और उनके समाधान का आश्वासन दिया गया। मंत्री लाल चंद कटारूचक्क और विधायिका बीबी सरवजीत कौर माणूके जगराओं में चल रहे पुस्तक मेले में भी शामिल हुए और पुस्तकें, पेंटिंग, पौधों आदि की प्रदर्शनी देखी और कलाकारों की प्रशंसा की और कुछ किताबें भी खरीदीं।
इस मौके पर संबोधन करते हुए मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने कहा कि ‘जिस घर में बेटी और किताब न हो, उस घर में अनुशासन नहीं होता’। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे पुस्तक मेले लगाने चाहिए और कुदरत द्वारा दी गईं कला- कृतियों का आनंद लेना चाहिए। फूड सप्लाई मंत्री ने हलका जगराओं की विधायिका सरवजीत कौर माणूके की प्रशंसा करते हुए कहा कि मैडम हलके लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं। जिनके द्वारा कुछ दिन पहले जगराओं के इतिहास में पहली बार किसान मेला करवाया गया है और अब पुस्तक मेला करवा रहे हैं और जगराओं में बड़े-बड़े प्रोजैक्ट लगाने के लिए यत्नशील हैं।
इस मौके पर पुलिस प्रशासन द्वारा मंत्री साहिब और विधायक माणूके का सम्मान किया गया और प्रसिद्ध चित्रकार गुरप्रीत सिंह मणकू द्वारा अपने हाथों से बनाई हुई पेंटिंग भी मंत्री को भेंट की गई। इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर लुधियाना सुरभी मलिक, एस.एस.पी. जगराओं हरजीत सिंह, एस.डी.एम. विकास हीरा, प्रोफ़ैसर सुखविन्दर सिंह, डी.एफ.एस.सी . मीनाक्षी, आदि भी उपस्थित थे।