डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस ने कहा कि वातावरण की शुद्धता बरकरार रखने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम बहुत जरुरी है व अलग-अलग विभागों के अलावा एन.जी.ओज सहित हर व्यक्ति को आगे आने की जरुरत है। वे सिंगल यूज प्लास्टिक संबंधी 5 अगस्त को स्वामी सर्वानंद गिरि रिजनल सैंटर पंजाब यूनिवर्सिटी में करवाए जा रहे जिला स्तरीय समारोह संबंधी अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक वातावरण के लिए काफी नुकसानदेह है व इस से जहां गंभीर बीमारियां पैदा होती है, वहीं जानवरों के लिए भी काफी घातक साबित होता है। उन्होंने कहा कि वातावरण की शुद्धता के लिए सभी विभागों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए कार्यालयों में इसका प्रयोग बंद करने के अलावा अधिक से अधिक जागरुकता भी फैलानी चाहिए ताकि संयुक्त प्रयास से इसका प्रयोग बंद किया जाए।
उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक संबंधी पंजाब सरकार की ओर से 5 अगस्त से जागरुकता अभियान शुरु किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत होशियारपुर में जिला स्तरीय समागम करवाया जा रहा है।श्री संदीप हंस ने अधिकारियों को हिदायत करते हुए कहा कि समागम संबंधी सौंपी गई जिम्मेदारी पूरी तनदेही से निभाई जाए, ताकि समागम को सफलतापूर्वक संपन्न किया जा सके। उन्होंने कहा कि विभागों के प्रमुख समागम में शिरकत करना यकीनी बनाए।
सिंगल यूज प्लास्टिक संबंधी और जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक में स्ट्किस वाले ईयर बड्ज, गुब्बारों के लिए प्लास्टिक की स्ट्किस, बैगज, आईसक्रीम व कैंडी स्ट्किस, सजावट के लिए पोलीस्ट्रीरीन(थर्मोकोल), प्लेटों, कप, ग्लास, कटलरी जैसे कि कांटे, चम्मच, पाइप, मिठाई के डिब्बे, निमंत्रण पत्र, सिगरेट के पैकेट के आस-पास लपेटे या पैकिंग करने वाली फिल्मे, 100 माईक्रोन से कम प्लास्टिक या पी.वी.सी. बैनर आदि शामिल है।
उन्होंने बताया कि एक बार ही प्रयोग में आने वाले इस सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण पाबंदी 1 जुलाई से लगाई जा चुकी है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि खरीदो-फरोख्त के दौरान लिफाफों का प्रयोग न करते हुए थैलों का प्रयोग यकीनी बनाया जाए।