नुपुर शर्मा विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। जगह जगह आज भी Nupur Sharma का विरोध हो रहा है वहीं नुपुर के खिलाफ कईं FIR भी की जा चुकी हैं। इसी बीच इस्लामिक स्कॉलर Atiqur Rehman ने नुपुर शर्मा का साथ दिया है। रहमान का कहना है कि नुपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर जो टिप्पणी की थी, वह गलत नहीं थी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रहमान ने ये बात एक टीवी शो में डिबेट के दौरान कही थी। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि कि यदि किसी को लगता है कि नुपुर शर्मा ने गलत कहा तो किसी वरिष्ठ मौलवी को बताना चाहिए कि वह कहां गलत थीं।
वहीं डिबेट में मौजूद दूसरे गेस्ट विनोद बंसल ने कहा, मैं Atiqur Rehman के उस बयान का समर्थन करता हूं कि पैगंबर मुहम्मद के जीवन पर चर्चा होनी चाहिए, क्योंकि उनके जीवन से बहुत सी चीजें सीखनी हैं। भारत ऐसा देश है, जहां हम भगवान राम और कृष्ण के जीवन के बारे में चर्चा करते हैं, ताकि चीजों को सीखें और उनकी शिक्षाओं से प्रेरित हों। ऐसे में हमें पैगंबर मुहम्मद से क्यों नहीं सीखना चाहिए? सीखने की कोई उम्र और जगह नहीं होती।
इसके बाद बंसल ने अतिकुर रहमान से पूछा, जहां तक Nupur Sharma का सवाल है, उन्होंने जो भी कहा है वो इस्लामिक किताबों के हवाले से कहा है और यही बात कई इस्लामिक विद्वानों ने भी कही है। इसलिए मैं पूछना चाहता हूं कि उनके बयान में क्या गलत था? क्या वो गलत बोलीं थीं? इस्लामिक ग्रंथों में जो भी लिखा है, वो गलत है? आखिर इस्लामवादी उनका सर तन से जुदा करने की मांग क्यों कर रहे हैं?
इसके जबाव में रहमान ने कहा, मैं आपको बताना चाहता हूं कि नुपुर शर्मा गलत नहीं थीं। वो गलत नहीं थी। अगर कोई इस्लामी विद्वान या मुस्लिम सोचता है कि वह गलत थीं, तो इस्लाम का दायरा इतना व्यापक है कि उन्हें माफ किया जा सकता है। कोई देश का वरिष्ठ मौलवी बताए कि वो कहां गलत थीं।
सिर तन से जुदा करना, सरेआम उन लोगों का कत्ल कर देना जो नुपुर का सपोर्ट कर रहे हैं। ये सब विरोध जताने के तरीके नहीं है। और मैं समझता हूं इन सबसे इस्लाम का कोई लेना देना ही नहीं है। कोई गलती करता है तो सबके सामने आकर बताओं उसने क्या गलत की है या क्या गलत बोला है। देश में इतने बड़े बड़े विद्वान हैं। किसी न किसी को तो जानकारी होगी ही कि नुपुर ने क्या गलत बोला है।