आयुक्त सचिव वन, पर्यावरण और पर्यावरण, मनोज कुमार द्विवेदी ने आज एक अधिकारियों की बैठक में पर्यावरण विभाग और रिमोट सेंसिंग के कामकाज की समीक्षा की।बैठक में चेयरपर्सन जम्मू-कश्मीर पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण, लाल चंद, निदेशक पर्यावरण डॉ नीलू गेरा, विशेष सचिव (टी) वन, प्रवीण राघव, और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।पर्यावरण रिपोर्ट, जम्मू व कश्मीर पर्यावरण योजना की तैयारी जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।द्विवेदी ने अधिकारियों से कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ये दस्तावेज़ सभी-सूचनात्मक होने चाहिए और उन सभी क्षेत्रों के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करनी चाहिए जिन्हें वे कवर करने वाले हैं।आयुक्त सचिव ने विभिन्न परियोजनाओं के लिए अधिकारियों से पर्यावरण, वन, वन्यजीव और तटीय विनियमन क्षेत्र की मंजूरी के लिए प्राप्त आवेदनों के त्वरित निपटान के लिए बने परवेश पोर्टल के कामकाज का भी जायजा लिया।बैठक में विभिन्न पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन प्रस्तावों पर प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई। इसके अलावा, पर्यावरण निदेशालय और रिमोट सेंसिंग के कामकाज को और मजबूत करने के बारे में भी निर्णय लिया गया।निदेशक पर्यावरण व दूर संवेदी ने बैठक को कार्यान्वयन के तहत विभिन्न प्रस्तावों और कार्यक्रमों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि विभाग उन पर काम कर रहा है ताकि वे पर्यावरण की सुरक्षा कर सकें और यहां अनुसंधान और विकास को आगे बढ़ाने में तथ्यात्मक और वैज्ञानिक ज्ञान प्रदान कर सकें।