पटियाला षहर में वायू प्रदूषण की जांच करने और इसे नियंत्रित करते हुए करने संबंधी सुझाव देने राज्य सरकार ने आईआईटी दिल्ली की टीम को सर्वेक्षण करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।पटियाला षहर व आसपास पांच किलोमीटर के क्षेत्र में वायु प्रदूषण संबंधी तैयार किए गए एक्षन प्लान पर समीक्षा करने डिप्टी कमिष्नर श्री कुमार अमित की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय में आयोजित की गई बैठक में उन्होंने कहा कि जिला प्रषासन व विभागीय कार्य के अलावा यह हम सभी की सामाजिक जिम्मेवारी भी है, ऐसे में हर विभाग अपनी जिम्मेदारी पूरी संजीदगी से निभाए। डिप्टी कमिष्नर ने कहा कि किसी भी प्रकार की गलत रिपोर्टिंग बर्दाष्त नहीं की जाएगी। साथ ही उन्होंने सभी विभागों को अगली बैठक से पहले विभागीय स्तर पर इस संर्दभ में विभागीय कमेटी बनाने के निर्देष भी दिए हैं।साथ ही श्री कुमार अमित ने बैठक में नगर निगम से कूड़ा डंप व कचरे को जलाए जाने पर विषेष रूप से ध्यान दें और यथा संभव चालान काटें। इसी प्रकार प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों का ट्रैफिक पुलिस और क्षमता से अधिक वजन ढ़ोहने वाले वाहनों पर आरटीए कार्रवाई करे। डिप्टी कमिष्नर ने कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग इस बात का ध्यान रखे कि ईंधन की गुणवत्ता सही है। इसके अतिरिक्त अन्य विभाग धान की पराली जलाए जाने से लेकर भवन निर्माण, ईंट भट्टा, इंडस्ट्री, होटल, सड़क पर लगने वाले खाने के ठेले, षमषान घाट में होते अंतिम संस्कार, जर्नेटर सैट चलाए जाने आदि पर नजर रखें और उचित कार्रवाई करने से लेकर आईआईटी टीम को आंकड़े समय रहते उपलब्ध करवाएं।डिप्टी कमिष्नर ने कहा कि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पीपीसीबी को नोडल एजेंसी बनाया गया है जो सभी विभागों से तालमेल करते हुए आईआईटी टीम के साथ मध्यस्थ की भूमिका निभाएगा। इस अवसर पर आईआईटी दिल्ली की टीम की ओर से प्रेजेंटेषन भी दी गई।बैठक में एसडीएम श्री रविंदर सिंह अरोड़ा, पीपीसीबी के पर्यावरण इंजीनियर श्री लवनीत दूबे, नगर निगम के एक्सीयन इंजी. सुरेष, ट्रैफिक पुलिस प्रभारी श्री सुरिंदर सिंह, सहायक सिविल सर्जन डा. षैली जैतली, खाद्य एंव आपूर्ति विभाग के श्री पृथ्वी सिंह, फोकल प्वाइंट इंडस्ट्री एसोसिएषन के प्रधान श्री अष्विनी कुमार ने प्रमुख रूप से उपस्थिति दर्ज करवाई।