सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के फोक मीडिया समूहों के लिए यहां हिपा में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ आज मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रोहित सावल ने किया। इस अवसर पर रोहित सावल ने सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों को जनता तक पहुंचाने में लोक कलाकारों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि फोक मीडिया सरकार की नीतियों को ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के बीच प्रसारित करने की अह्म कड़ी है।उन्होंने कहा कि फोक मीडिया संवाद की सबसे प्राचीन विधाओं में से है लेकिन लोगों पर इस विधा का आज भी उतना ही प्रभाव है जितना किसी जमाने में हुआ करता था। लोक कलाकार सीधे तौर पर आम लोगों से जुड़ते हैं और स्थानीय बोली के माध्यम से अपनी बात बड़ी ही सहजता के साथ प्रभावशाली ढंग से रखते हैं जिसका लोगों के अंतर्मन पर गहरा प्रभाव पड़ता है।रोहित सावल ने जोर देकर कहा कि फोक मीडिया को अपनी कला की मौलिकता बनाए रखने के साथ.साथ नए प्रयोग करने की भी जरूरत है। बदलते समय के साथ नई तकनीक और नए विचारों का समावेश जरूरी है ताकि लोक कलाकार नए दौर के अनुरूप अपने आप को ढाल सकें और लोगों तक सरकारी की जन कल्याणकारी नीतियों व उपलब्धियों को आसानी से पहुंचा सकें।इस अवसर पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के निदेशक अनुपम कश्यप ने फोक मीडिया समूहों के कार्य-कलापों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सरकार की उपलब्धियां लोगों के बीच पहुंचाने में लोक कलाकारों का अहम रोल रहता है। विभाग पहले भी फोक मीडिया समूहों के लिए इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन करता रहा है लेकिन इस बार सरकार के दूसरे विभागों को भी सीधे तौर पर कार्यशाला के साथ जोड़ा गया है। अनुपम कश्यप ने कहा कि दूसरे विभागों के प्रतिनिधियों के कार्यशाला में शामिल होने से लोक कलाकारों को सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी एक ही छत्त के नीचे मिलती है।
उन्होंने फोक मीडिया समूह की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दूर दराज के इलाकों में जहां अन्य माध्यमों की पहुंच नहीं है, अथावा कम है वहां तक विभाग के लोक कलाकार सरकार की नीतियों को पहुंचाने का काम बखूबी कर रहे हैं। अनुपम कश्यप ने उम्मीद जताई कि यह कार्यशाला लोक कलाकारों के लिए लाभदायक सिद्ध होगी और वे गांव.गांव जाकर प्रदेश सरकार के कार्यक्रमों का प्रसार करेंगे जिससे प्रदेश के लोग सरकार की विभिन्न योजनाओं का पूर्णतः लाभ प्राप्त कर सकेंगे।कार्यशाला के पहले चरण में लोक कलाकारों को आपदा प्रबंधन पर जानकारी दी गई। पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के विशेष सचिव व निदेशक डीसी राणा ने कार्यशाला में कहा कि यद्यपि आपदाओं को रोकना संभव नहीं है लेकिन बेहतर प्रबंधन से इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश भूकंप की दृष्टि के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में गिना जाता है। ऐसे में भूकंप से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए प्रदेश में घरों को वैज्ञानिक तरीके अपना कर भूकंप रोधी बनाना जरूरी है।कार्यशाला के दूसरे चरण में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक मनमोहन शर्मा ने फोक मीडिया समूह के कलाकारों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में चलाई जा रही सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बदलते वक्त के साथ बीमारियों का स्वरूप भी बदल रहा है जो विभाग के लिए चुनौती है। उन्होंने जीवनशैली परिवर्तन से होने वाले रोगों व नशे की बढ़ती प्रवृति रोकने के लिए सरकार के कार्यक्रमों की जानकारी दी।इससे पूर्व, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के निदेशक अनुपम कश्यप ने कार्यशाला के मुख्यतिथि रोहित सावल व अन्यों का स्वागत किया। उन्होंने मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहाकार को टोपी व शाल व पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। विभाग के संयुक्त निदेशक महेश पठानिया ने सभी अतिथियों का कार्यशाला में आने के लिए धन्यवाद किया। दो दिन तक चलने वाली इस कार्यशाला में प्रदेश भर से आए 53 सूमहों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।