हरियाणा में कार्यरत कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे सर्वकर्मचारी संघ का समर्थन करने के लिए वीरवार को इनेलो संसदीय दल के नेता व हिसार से सांसद दुष्यंत चौटाला जंतर-मंतर पहुंचे। सांसद ने कर्मचारियों की मांगों का समर्थन का समर्थन करते हुए कहा कि कच्चे कर्मचारियों को नियमित करने का मामला वह लोकसभा में उठाएंगे। यहां पहुंचे सांसद दुष्यंत चौटाला को सर्वकर्मचारी संघ की ओर से एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इनेलो सांसद ने कहा कि हरियाणा में भाजपा ने सत्ता में आने से पूर्व कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का वायदा किया था परन्तु सत्ता में आते ही सरकार ने कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की बजाय उन्हें नौकरी से हटाना शुरू कर दिया। अब तक हजारों कर्मचारियों की खट्टर सरकार घर का रास्ता दिखा चुकी है और पक्के हुए कर्मचारियों को दोबारा से सरकार ने अदालत के निर्णय का हवाला देते हुए कच्चा कर दिया। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल खट्टर सरकार पूरी तरह से कर्मचारी विरोधी सरकार है और जो कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आवाज बूलंद करते हैं उनकी आवाज को लाठी व गोली के दम पर दबाने में लगी है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में गेस्ट टीचर्स, कम्प्यूटर टीचर्स, कम्प्यूटर आपरेटर और लिपिक सहित विभिन्न विभागों में कार्यरत हजारों कर्मचारी आंदोलनरत हैं परन्तु भाजपा सरकार कानों में तेल डाले बैठी है। इससे पहले यहां सर्वकर्मचारी संघ के राज्य प्रधान धर्मवीर फोगाट ने सांसद दुष्यंत चौटाला को कर्मचारियों की मांगों को विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि हरियाणा में सवा लाख से अधिक कच्चे शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य विभागों में कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार उमा देवी बनाम कर्नाटक सरकार के सुप्रीम कोर्ट का फैसले का हवाला देकर हरियाणा में कच्चे कर्मचारियों को पक्का नहीं कर रही है। उन्होंने बताया कि पक्के हुए 4654 कर्मचारियों को कच्चा करके उन्हें घर भेजने की तैयारी कर रही है। धरने पर आज सुभाष लांबा, विरेंद्र ढंगवाल, सविता मलिक, नरेश शास्त्री कर्मचारी नेता भी मौजूद थे।