ग्रामीण विकास मंत्री अब्दुल रहमान वीरी ने आज विभिन्न कंपनियों द्वारा चयनित किए गए सत्तर छात्रों को प्लेसमेंट सर्टिफिकेट वितरित करते हुए कहा कि राज्य के प्रत्येक बेरोजगार युवा के लिए नौकरी का अवसर बनाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इन छात्रों ने दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयू-जीकेवाई) के तहत अपना कौशल प्रशिक्षण पूरा किया है। वीरी ने कहा कि सरकार राज्य युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए सभी संभावित मार्गों का दोहल करने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री ने कहा कि शिक्षित युवाओं को आगे आना चाहिए और सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ उठाया जाना चाहिए, खासतौर पर बेरोजगार युवा सरकारी प्रायोजित योजनाओं जैसे पीएमईजीपी, सीएमईजीपी, उदान और कई समान लाभ उठा सकते हैं। मंत्री ने कहा कि सरकार ने अन्य व्यवसायों के अलावा नौकरी के अवसर पैदा करने के लिए कई पहल और योजनाएं की हैं ताकि अधिकांश शिक्षित बेरोजगार युवा न केवल खुद के लिए बल्कि सैकड़ों अन्य युवाओं को नौकरी मुहैया करा सकें। डीडीयूजीकेवाई के प्रमुख पहलुओं को उजागर करते हुए सीओओ हिमायत कपिल शर्मा ने मंत्री को सूचित किया कि योजना का उद्देश्य उन युवा युवाओं को कौशल बनाना है जो गरीब हैं और नियमित रूप से मासिक मजदूरी के साथ उन्हें रोजगार प्रदान करते हैं। यह ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार की पहलों के समूहों में से एक है जो ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देना चाहता है। उन्होंने आगे कहा कि यह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) का हिस्सा है जो गरीबी को कम करने के लिए एक मिशन है।