मध्य प्रदेश की राजधानी में कथित तौर पर पुलिस प्रताड़ना के चलते एक महिला ने आत्मदाह कर लिया। पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने आम आदमी पार्टी के साथ गांधीनगर थाने के सामने प्रदर्शन किया। भीड़ ने थाने पर पथराव किया, पुलिस ने आंसूगैस के गोले छोड़ने के साथ लाठीचार्ज किया। साथ ही आप के तीन नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। सूरज बाई ने बताया कि गांधी नगर थाने के पुलिस जवानों ने उसके परिजन इंद्रमल बाई (35) से 20 हजार रुपये की मांग करते हुए धमकाया। इससे परेशान होकर उसने 17 नवंबर को केरोसिन डालकर आग लगा ली। रविवार की देर रात को उपचार के दौरान हमीदिया अस्पताल में उसकी मौत हो गई। इंद्रमल के परिजनों और पारदी समाज के लोगों ने सोमवार को गांधीनगर थाने के सामने प्रदर्शन किया। इसी बीच आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल के साथ कई कार्यकर्ता वहां पहुंच गए। उन्होंने पीड़ितों की मांग का समर्थन किया। वे जब थाने के भीतर जाने लगे तो उनकी पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव ने आईएएनएस को बताया है कि भीड़ ने थाने पर पथराव किया। इस पथराव में चार पुलिस जवानों को चोटें आईं, वहीं वाहन क्षतिग्रस्त हुए। पुलिस ने आंसूगैस का उपयोग कर भीड़ को तितर-बितर करने हल्का बल प्रयोग किया। साथ ही आप के प्रदेष संयोजक आलोक अग्रवाल, पंकज सिंह और मुन्ना सिंह को गिरफ्तार कर लिया। आप का आरोप है कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव ने पुलिस वालों पर एफआईआर करने से मना कर दिया और उल्टा प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल और प्रदेश संगठन सचिव पंकज सिंह के साथ मार पीट कर उन्हें घसीटा गया और गिरफ्तार कर लिया गया।प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने कहा है कि एक महिला को पुलिस परेशान करती है, जिसके चलते वह आत्महत्या कर लेती है, और उस मामले में एफआईआर करने की जगह पुलिस उल्टा मांग करने वालों को गिरफ्तार करती है। शिवराज के शासन में कानून व्यवस्था पूर्णता ध्वस्त हो चुकी है।