उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह तथा शिक्षा मंत्री सईद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी ने आज सांबा, कठुआ, ऊधमपुर तथा रियासी जिलों में स्कूली शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली की समीक्षा हेतु उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की।उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री चंद्र प्रकाश गंगा, वन एवं पर्यावरण मंत्री चौ. लाल सिंह, पर्यटन राज्यमंत्री प्रिया सेठी, वित्तीय एवं योजना राज्यमंत्री अजय नंदा तथा विधानसभा और विधान परिशद के सम्बंधित सदस्य बैठक में उपस्थित थे।उपमुख्यमंत्री ने सभी स्कूलों विषेशकर ग्रामीण क्षेत्रों को सभी सुविधाएं तथा पर्याप्त शिक्षक उपलब्ध करवाने हेतु विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उठाये गये विभिन्न सुधारवादी कदमों से सभी स्तरों पर शिक्षा का दायरा बढ़ रहा है।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी संस्थानों में शिक्षा के उच्चस्तरों को बनाये रखने में पाठ्यक्रम, पाठ्यत तथा व्यवसायिक कोर्सों के माध्यम से बेहतर शिक्षा को बढ़ाने में भविश्य के कार्यों तथा नीतियों के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये गये हैं।शिक्षा मंत्री सईद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी ने कहा कि सरकार राज्य में पूरी स्कूली शिक्षा को बहाल करने हेतु प्रतिबद्ध है।बुखारी ने जिला प्रशासन तथा राजनैतिक प्रतिनिधियों के बीच प्रभावशाली सम्पर्क बनाये रखने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि स्कूलों के आधुनिकीकरण तथा स्तर को बढ़ाने की प्रक्रिया में स्थानीय विधायकों को शामिल करने से नये समाधान निकलेंगे।
मंत्री ने बैठक में जानकारी दी कि हाल ही में गांव के सम्पूर्ण शिक्षा परिदृश्य, क्षमता तथा जरूरतों पर गांव शिक्षा योजनाएं शुरू करने हेतु गांव शिक्षा समितियां गठित की गईं।इसके अतिरिक्त अल्ताफ बुखारी ने कहा कि आगामी माह में सम्बंधित विधायकों तथा पार्शदों को स्कूलों के स्तर को बढ़ाने, स्कूलों में जांच तथा संतुलन की व्यवस्था को शुरू करने सहित मुद्दों में भाग लेने के लिए विभाग द्वारा सशक्त बनाया जाएगा।बुखारी ने प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में 2 माडल स्कूल स्थापित करने तथा क्षेत्र के स्थानीय एनजीओ के साथ मिलकर पीपीपी मोड़ में मिड डे मील शुरू करने के निर्देश दिये।उद्योग एंव वाणिज्य मंत्री चंद्र प्रकाश गंगा ने कहा कि सरकारी स्कूलों के शिक्शक राज्य के योग्य व्यक्ति हैं तथा इनकी क्षमता का शिक्षा क्षेत्र में पूरी तरह दोहन किया जाना चाहिए।लाल सिंह ने कहा कि विभिन्न राज्य प्रायोजित सेमिनारों तथा विशेश कोर्सों में शिक्षकों की भागेदारी से प्राप्त ज्ञान को साझा करने की आवश्यकता है। उन्होंने समय समय पर स्कूली ढांचे के उचित रखरखाव के लिए भी आग्रह किया। शिक्षा राज्यमंत्री प्रिया सेठी ने सरकारी स्कूलों में स्वरविज्ञान पर विशेश बल देते हुए प्रि-प्राईमरी कक्षाओं के समावेशन पर बल दिया।विधायकों ने बैठक को विभिन्न मुददों विषेशकर पीने के पानी की कमी, साफ सफाई, स्टाफ की कमी, स्कूलों के स्तर को बढाने से सम्बंधित मुददों, स्थानांतरण नीति, क्षतिग्रस्त स्कूलों की मुरम्मत आदि से अवगत करवाया।इसके उपरांत शिक्षा मंत्री ने उधमपुर तथा रियासी जिले में शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली की समीक्षा की।षिक्षा सचिव फारूक अहमद षाह, स्कूली षिक्षा निदेषक रविन्द्र सिंह, कठुआ के उपायुक्त रामेष कुमार, एडीडीसी सांबा विवेक षर्मा, एसपी रमसा एसएसए तथा स्कूली षिक्षा विभाग के वरिश्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।