बागवानी मंत्री विद्या स्टोक्स ने कहा कि राज्य के लिए निर्धारित 3000 हेक्टेयर क्षेत्र के लक्ष्य के मुकाबले वर्ष 2013-14 में नवम्बर माह तक 3798 हेक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र फल उत्पादन के तहत लाया गया। उन्होंने कहा कि संरक्षित फसल उत्पादन के तहत विभिन्न गतिविधियों से बागवानी क्षेत्र में उत्पादन में सुधार आएगा।श्रीमती स्टोक्स ने आज यहां बागवानी विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि वर्ष 2013-14 के लिए स्वीकृत प्रारूप 84.97 करोड़ को संशोधित कर 95.56 करोड़ रूपये किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के बागवानी मिशन के अन्तर्गत 32 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जा रही है और राष्ट्रीय सूक्ष्म सिंचाई मिशन के अन्तर्गत इस वित्त वर्ष के दौरान तीन करोड़ रूपये व्यय किए जा रहे हैं।बागवानी मंत्री ने कहा कि प्रदेश में किसानों व बागवानों को प्रशिक्षण, विस्तार एवं परामर्श से सत्त बागवानी विकास सुनिश्चित हुआ है, जिसके लिए प्रभावी मैकेनिजम विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने किसानों व विस्तार कर्मचारियों के बीच सत्त सम्बन्ध स्थापित करने पर बल दिया ताकि वे आधुनिक तकनीकों से पूरी तरह परिचित हो सकें और राज्य सरकार द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे विकासात्मक कार्यों का लाभ उठा सकें। श्रीमती स्टोक्स ने अधिकारियों को टिशू कल्चर प्रयोगशाला को सुधार लाने के निर्देश दिए ताकि गुणात्मक पौध उपलब्ध हो सके। उन्होंने व्यवसायिक उद्देश्य से फल विधायन इकाइयों में कार्यरत स्टाफ को प्रशिक्षण पर भेजने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बागवानों को फलों की सुधरी हुई किस्मों के बारे में आवश्यक जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने विभाग की बागवानों को लाभान्वित करने के लिए राज्य व केन्द्र सरकार की योजनाओं के कार्यान्वयन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने केन्द्र सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि का उपयोग सुनिश्चित बनाने पर भी बल दिया।अतिरिक्त मुख्य सचिव बागवानी श्री विनीत चौधरी ने विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य के अन्दर फल मण्डी स्थापित करने की संभावनाओं को तलाशा जाएगा। उन्होंने मंत्री को बागवानी में विविधिकरण के अवसरों को बढ़ाने का भी आश्वासन दिया।बागवानी विभाग के निदेशक डा. गुरदेव सिंह ने केन्द्र प्रायोजित योजनाओं का विस्तृत विवरण दिया।बैठक में राज्य भर से बागवानी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।