उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा उम्मीदवार शिवपाल सिंह यादव ने शनिवार को जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क के दौरान कहा कि नोटबंदी करने वाले और उनकी पार्टी के लोगों ने कतारों में खड़े-खड़े मौत का शिकार लोगों के परिजनों से मिलकर सांत्वना के दो शब्द बोलने तक की जरूरत नहीं समझी। जनसंपर्क के दौरान लोगों का दुख-दर्द को सुनते हुए शिवपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगैर कहा, "नोटबंदी करने वालों को लोगों के दुख-दर्द से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें केवल अपने पूंजीपति मित्रों की चिंता थी। उनका काम कर दिया, अब कोई इससे मरे तो उनको क्या मतलब?"
सपा उम्मीदवार ने कहा, "नोटबंदी के कारण मरने वालों के परिजनों को हमारी सरकार ने दो-दो लाख रुपये की सहायता दी, लेकिन नोटबंदी करने वाले और उनकी पार्टी के लोगों ने मृतकों के परिजनों से मिलकर सांत्वना के दो शब्द बोलने की भी जरूरत नहीं समझी। ऐसे संवेदनहीन लोग किसी की भलाई कर सकते हैं क्या? उनकी नजर तो सिर्फ देश और राज्यों के खजाने पर है।"शिवपाल ने ताखा ब्लॉक के पुंजा, समथर, दीग, बेलाहार, ककराही, रतहरी, ताखा, कुदरैल और पुरैला आदि गांवों का दौरा किया। जनसंपर्क के दौरान कई जगहों पर उनका स्वागत किया गया। उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा गलत कार्यो का विरोध किया है। भूमि कब्जाने का मामला हो या अवैध रूप से शराब बेचने का मामला, मैंने सभी गलत कामों का विरोध किया और उसका परिणाम क्या हुआ, यह आपको पता ही है।
उसी दिन से नेताजी और मुझ पर जबानी हमले हो रहे हैं।"शिवपाल ने कहा, "मैं नेताजी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता। सारी जिंदगी नेताजी का आदेश मानता रहा हूं और मरते दम तक नेताजी का साथ निभाऊंगा तथा आदेश मानता रहूंगा। जिस पर स्थानीय लोगों ने उन्हें लक्ष्मण की संज्ञा दे डाली और साथ देने का वादा किया।"जगह-जगह हुए स्वागत से शिवपाल खुश दिखाई दिए। उन्होंने कहा, "आप लोगों का प्यार देखकर लगता है कि इस बार पूरे उत्तर प्रदेश में हम रिकार्ड मतों से जीतेंगे। पिछली बार आप लोगों के वोट रूपी प्यार के चलते ही हम पूरे उत्तर प्रदेश में हम दूसरे स्थान पर रहे थे और इस बार आपका प्यार देखकर लगता है कि हमारे क्षेत्र में दूसरे दलों के प्रत्याशियों की जमानत भी जब्त हो जाएगी।"