पंजाब विधान सभा चुनाव के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की तरफ से भाजपा का जारी किए गए चुनाव मनौरथ पत्र के बारे में अपना प्रतीकर्म देते आम आदमी पार्टी (आप) के सीनियर नेता एचएस फूलका ने कहा कि 2014 की लोक सभा चुनाव के चुनाव मनौरथ पत्र की तरह यह चुनाव मनौरथ पत्र भी चुनावी जुमले से अधिक कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट को लागू करने के बारे में भी चुनाव मनौरथ पत्र में कुछ नहीं लिखा गया। फूलका ने कहा कि पंजाब की कृषि को लाभदायक बनाने के लिए स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट लागू करने के बारे में चुनाव मनौरथ पत्र में कुछ भी नहीं है, जबकि कर्ज के बोझ के चलते बड़ी संख्या में किसान आत्महत्याएं कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों की बेहतरी के लिए स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट को लागू करना बेहद जरूरी है। फूलका ने कहा कि भाजपा लोक सभा चुनाव में किए गए वायदों से मुकरी है, जिस कारण उसका किसान विरोधी चेहरा पहले ही जनतक हो चुका है।
फूलका ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार स्वामीनाथन समिति के कुछ मुख्य बिंदूओं को लागू करना चाहती है, परन्तु मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ऐसा करने की आज्ञा नहीं दे रही, परन्तु पंजाब में आम आदमी पार्टी इस को लागू करने के लिए वचनबद्ध है।
फूलका ने कहा कि अरुण जेटली ने सभी राजनैतिक पार्टियों के चुनाव मनौरथ पत्रों को कानूनी दायरे अधीन लाए जाने से इन्कार कर दिया है, जिसका कि आम आदमी पार्टी ने सख्त वकालत की थी। इससे साफ जाहिर है भारतीय जनता पार्टी अपने चुनाव वायदों को पूरा करने में बिल्कुल गंभीर नहीं है। फूलका ने कहा कि इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने लोक सभा चुनाव में अपने वायदों को चनावी जुमला बताया था। फूलका ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली नोटबन्दी के कारण बंद हुई औद्योगिक इकाईयों को दोबारा शुरू करवाने के लिए कोई भी वायदा करने में असफल हुए हैं। फूलका ने कहा कि भाजपा का चुनाव मनौरथ पत्र चुनावी जुमले का बेकार कागज है और बीजेपी के पास पंजाब के लिए कोई ठोस प्रोग्राम नहीं है।