स्वस्थ जीवनशैली के कारण उच्च अनुवांशिक जोखिम वाले लोगों में दिल के दौरे का खतरे की संभावना आधा घट जाता है। ऐसा शोधकर्ताओं के एक दल का कहना है जिसमें एक भारतीय मूल का शोधार्थी भी शामिल है। अमेरिका के मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल के सेंटर फॉर ह्यूमन जेनेटिक रिसर्च के निदेशक शेखर कैथीरेसन ने बताया, "हमारे अध्ययन का मूल संदेश यही है कि डीएनए नियति नहीं है।"यह शोध न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन्स में प्रकाशित किया गया है। इसमें कहा गया है कि जीवनशैली संबंधी कारक जैसे धूम्रपान निषेध, अतिरिक्त वजन पर काबू और नियमित व्यायाम से कोरोनरी संबंधी खतरे टल जाते हैं। हारवर्ड मेडिकल स्कूल के मेडिसिन के एसोसिएट प्रोफेसर कैथीरेसन ने कहा, "कुछ लोग सोचते हैं कि वे दिल के दौरा पड़ने के अनुवांशिक जोखिम से बच नहीं सकते, लेकिन हमारे अध्ययन के निष्कर्षो से संकेत मिलता है कि एक स्वस्थ जीवनशैली अनुवांशिक जोखिम को प्रभावी रूप से कम कर सकता है।"शोधकर्ताओं ने अपने शोध के दौरान 55,000 प्रतिभागियों से मिले आंकड़ों का अध्ययन किया।