आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया है पंजाब में प्रकाश सिंह बादल सरकार और केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार ने पंजाब के किसानों को फसली बीमा योजना वंचित करते हुये 'भगवान भरोसे छोड़ दिया है। मंगलवार को 'आप द्वारा जारी संयुक्त प्रेस बयान में पार्टी के प्रवक्ता सुखपाल सिंह खैहरा और चुनावी घोषणा पत्र टीम के मुखी कंवर संधू ने कहा है कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल 'प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को रद्द करके राज्य के किसानों प्रति बनती अपनी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ सकते। 'आप नेताओं ने कहा जब प्रधानमंत्री फसली बीमा योजना पंजाब के किसानों के लिये उचित नहीं है तो केंद्र सरकार का अटूट हिस्सा होने के नाते बादलों ने इस नकारा योजना पर केंद्र सरकार मोहर क्यों लगने दी? क्या बादल परिवार की बहू और केंद्रीय फूड प्रोसैसिंग मंत्री हरसिमरत कौर बादल तब सो रही थी? इस नकारा फसली बीमा योजना को पंजाब के किसान हितैषी बनवाने के लिये क्या अकाली दल को दबाव की नीति नहीं अपनानी चाहिये थी?
सुखपाल सिंह खैहरा और कंवर संधू ने कहा कि यदि प्रकाश सिंह बादल और केबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर बादल के दिल में पंजाब के किसानों के प्रति दर्द होता तो यह केंद्र की अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार को दो-टूक चेतावनी देकर या तो पंजाब के किसानों के अनुकूल फसली बीमा योजना लागू करवाते और या फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से नाता तोड़कर अपने लोगों के लिये जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाते। 'आप नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पंजाब के किसानों को स्पष्ट करें कि पंजाब सरकार केंद्र की प्रधानमंत्री फसली बीमा योजना को न अपनाकर इसकी जगह प्रभावित किसानों को माकूल लाभ देने के लिये कौनसी योजना लागू करने जा रही है ?खैहरा और संधू ने बताया कि पांच बार मुख्यमंत्री बन चुके प्रकाश सिंह बादल को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सीख लेनी चाहिये। दिल्ली में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को प्रति एकड़ बीस हजार रुपये का मुआवजा जारी किया गया था।