तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने शनिवार को कहा कि यदि राज्यों को पर्याप्त अधिकार और वित्तीय संसाधन नहीं दिए गए तो सहकारी संघवाद महज शब्दाडंबर बनकर रह जाएंगे। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) सरकार के संघवाद के बढ़ावा देने के वादे का उल्लेख करते हुए जयललिता ने बल देने के मुद्दे में आए बदलाव का स्वागत करते हुए कहा कि सहकारी संघवाद को प्रत्येक राज्य की सामाजिक आर्थिक स्थिति की विशेषताओं का उचित ध्यान रखे बगैर पूरे देश में समान प्रशासनिक कार्यप्रणाली लागू करने के लिए नारा बनना चाहिए। उनके भाषण की यह प्रति इंटर स्टेट काउंसिल की बैठक में वितरित की गई। जयललिता इस बैठक में नहीं आईं और उनकी जगह राज्य का प्रतिनिधित्व तमिलनाडु के वित्तमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने की।