पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह को चुनौती दी है कि वह 2017 के विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल -भाजपा गठजोड़ के हाथों लगातार तीसरी हार के लिए तैयार रहें।आज यहां लंबी निर्वाचन क्षेत्र में संतद दश्रन समागमों के दौरान संवाददाताओं से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में सरकार बनाने का कैप्टन का भ्रम लोग उसको और उसकी पार्टी को करारी हार देकर दूर कर देंगे। उन्होंने कहा कि कैप्टन के लंबे चौड़े दावों के बावजूद राज्य के लोगों ने लगातार दो बार उसको खारिज कर दिया और अब तीसरी बार भी राज्य के लोगों उसकी शाही राजनीति को मुंह नही लगायेंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के कै प्टन दिन में सपने देख रहा है लेकिन 2017 के चुनावों में उसकी हार यकीनी बनाकर पंजाब के बहादुर लोग उसको सियासी बनवास में भेज देंगे।
स. बादल ने कहा कि राज्य कांग्रेस प्रधान अच्छी तरह से जानते हैं कि वह सत्ता में किसी भी परिस्थिति में नही आयेंगे जिस कारण वह हर किसी को चंद्रमा के सपने दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि कैप्टन की ऐसी तिगड़मबाजी किसी भी स्थिति में कामयाब नही होगी क्योंकि राज्य के लोग यह अच्छी तरह से जानते हैं कि कैप्टन कभी भी अपने किये वायदों पर पूरा नही उतरता उन्होंने कहा कि 2002-2007 तक मुख्यमंत्री रहते हुये कैप्टन ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया था।मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके विपरीत अकाली-भाजपा सरकार ने लोगों से किया हर वायदा पूरा किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों स्वरूप पंजाब आज सर्वपक्षीय विकास तथा खुशहाली वाला राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि गठजोड़ सरकार की जनपक्षीय और विकास मुखी नीतियों के कारण पंजाब आज देश क ी अग्रणीय पंक्ति के राज्यों में शुमार हो चुका है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पंजाब दौरे संबंधी पूछे प्रशन के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में कोई भी अपनी मर्जी की जगह पर जाने के लिए आज़ाद है। परंतु साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि आम आदमी पार्टी या उसके नेताओं का राज्य की सियासत पर किसी भी प्रकार का प्रभाव नही है।राज्य में किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्याओं पर चिंता व्यक्त करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कम आय और बढ़ रही कृषि लागतों का निष्कर्ष है जिस कारण केंद्र सरकार को इस संबंधी प्रभावी कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि बढ़ रही आबादी के कारण घट रही खेती करने से निगुणा खेती उत्पादन भी ऐसी आत्महत्याओं के लिए जिम्मेवार है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस समस्या से पूरी तरह से अवगत् है और किसानों की आय को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा सहायक खेती व्यवसायों और नवयुवकों को हुनर प्रशिक्षण देने के प्रबंध किये जा रहें हैं। मुख्यमंत्री ने हरियाणा में जाट आंदोलन के कारण हुये भारी जान और माल की क्षति पर भी अफसोस व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को राष्ट्रीय राजधानी से अमृतसर और चंडीगढ़ के लिए उड़ाने आरंभ करने के लिए पहले ही विनती कर चुके हैं। ताकि इस आंदोलन के कारण लोगों को मुश्किलों से बचाया जा सके।
इससे पूर्व गांव छापेआं वाली , कोलियांवाली , ढाणी कुंदन सिंह, ढाणी बरकी और गांव बुर्ज सिधवां में भारी जन एकत्रताओं को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि जनकल्याण के लिए संगत दर्शन करने वाला पंजाब देश का अकेला राज्य है। उन्होंने कहा कि लोगों के कल्याण के लिए यह कार्यक्रम केवल अकाली-भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान ही करवाया जाता है जिस तहत सरकार लोगों के घरों पर जाकर उनकी मुश्किलों का हल करती है। स. बादल ने कहा कि किसी भी अन्य राज्य में मुख्यमंत्री गांव -गांव घूमकर ऐसे जनपक्षीय उद्यम नही करता है।इस अवसर पर अन्य के अतिरिक्त शिअद के जिला कोऑडीनेटर स. अवतार सिंह वनवाला , पंजाब एग्रो के चेयरमैन जत्थेदार दयाल सिंह कोलियांवाली, स. परमिंदर सिंह कोलियांवाली, मुख्यमंत्री के विशेष प्रधान सचिव श्री के जे एस चीमा , मुख्यमंत्री के संयुक् त प्रधान सचिव श्री कुमार अमित, उपायुक्त श्री सुमित जारंगल, एस एस पी कुलदीप सिंह चाहल और प्रमुख नेता , कार्यकत्र्ता तथा अधिकारी उपस्थित थे।