Hindu Temple:भारत के 5 चमत्कारी मंदिर, जहां विराजमान हैं साक्षात भगवान, कोई खाली हाथ नहीं लौटता

5 Dariya News

Hindu Temple:भारत के 5 चमत्कारी मंदिर, जहां विराजमान हैं साक्षात भगवान, कोई खाली हाथ नहीं लौटता

भारत में ऐसे कई चमत्कारी मंदिर है जो अपने किसी न किसी विशेषता को लेकर दुनियाभर में काफी लोकप्रिय हैं

5 Dariya News

23-Jun-2022

Hindu Temple: भारत में बहुत से मंदिर (Temple Of India) है जो गांव से लेकर शहर तक देखने को मिल जाते हैं लेकिन आज हम आपको इस आर्टिकल में इन्हीं में से कुछ चमत्कारी और रहस्यमयी मंदिरों के बारे में बताने वाले हैं। जहाँ माना जाता है कि यहाँ आने वाले हर श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती है। ये चमत्कारी और रहस्यमयी मंदिर एक, दो या कोई चार पांच नहीं है बल्कि इनकी संख्या हजारों में है। लेकिन हम इस लेख में सिर्फ़ 5 ही मंदिरों को कवर करेंगे  आइए अब शुरू करते हैं और जानते हैं की ये कहां है और इनकी क्या खासियत है…

ये भी पढ़ें: Kanwar Yatra 2022: जानिए कब से शुरू होगी सावन की कांवड़ यात्रा और क्या है इसकी पौराणिक कथा?

  1. तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple)

भारत के दक्षिण भारत में स्थित भगवान वेंकटेश्वर तिरुपति बालाजी को भगवान विष्णु काअवतार माना जाता हैं। तिरुपति बालाजी का वास्तविक नाम श्री वेंकटेश्वर स्वामी है जो स्वयं भगवान विष्णु हैं। ये मंदिर अपने चमत्कार के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। मंदिर से जुड़ी धार्मिक मान्यताओं की बात करें तो बताया जाता है कि भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की मूर्ति पर बाल लगे हैं जो असली हैं। यह बाल कभी भी उलझते नहीं हैं और हमेशा मुलायम रहते हैं। मान्यता है कि यहां भगवान खुद विराजमान हैं। इसके अलावा पौराणिक कथाओं के अनुसार मान्यता यह भी है कि एक बार भगवान बालाजी ने धन के देवता कुबेर से अपनी बेटी की शादी के लिए मोटी रकम उधार ली थी। इस कर्ज को चुकाने के लिए श्रद्धालु इस मंदिर में धन, सोना आदि दान करते हैं, तिरुपति बालाजी का मंदिर दुनियाभर के सबसे अमीर मंदिर माना जाता है।

  1. काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple)

काशी विश्वनाथ मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित है माना जाता है कि काशी में महादेव साक्षात वास करते हैं। इसलिए इसे शिव की नगरी भी कहा जाता है यह हिन्दू मंदिरों में सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक हैं। पौराणिक कथाओं की माने तो कहा जाता है कि जब पृथ्वी का निर्माण हुआ था, तब सूर्य की पहली किरण काशी की धरती पर पडी थी। तभी से काशी ज्ञान और आध्यात्म का केंद्र बन गई। इसके अलावा, काशी भगवान शिव के त्रिशूल पर विराजमान है। माना जाता है कि इस मंदिर के दर्शन करने से और गंगा नदी में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति और हर मनोकामना पूरी होती है। 

  1. कामाख्या मंदिर (Kamakhya Temple)

कामाख्या मंदिर असम में स्थित है जो 51 शक्तिपीठों में से एक कामाख्या शक्तिपीठ बहुत ही प्रसिद्ध और चमत्कारी है। इस मंदिर को सभी शक्तिपीठों का महापीठ माना जाता है। इस मंदिर में देवी दुर्गा या मां अम्बे की कोई मूर्ति या चित्र आपको दिखाई नहीं देगा। मंदिर के अंदर एक कुंड है जो हमेशा ही आपको फूलों से ढ़का हुआ मिलेगा आपको बता दें की यहाँ चमत्कारों से भरे इस मंदिर में देवी की योनि की पूजा की जाती है। हिन्दू धर्म की बात करें तो यहाँ परमहिलाएं अपने पीरिएड्स के दौरान कोई भी धार्मिक काम का हिस्सा नहीं बन सकती और न ही मंदिरों में प्रवेश कर सकती हैं लेकिन असम में केवल ये एक ऐसा ऐसा मंदिर है जहां पर पीरिएड के समय में भी महिलाएं मंदिर के अंदर जा सकती हैं। 

मंदिर धर्म पुराणों (kamakhya Temple Mystery) के अनुसार माना जाता है कि इस शक्तिपीठ का नाम कामाख्या इसलिए पड़ा क्योंकि इस जगह भगवान शिव का मां सती के प्रति मोह भंग करने के लिए विष्णु भगवान ने अपने चक्र से माता सती के 51 भाग किए थे जहां पर यह भाग गिरे वहां पर माता का एक शक्तिपीठ बन गया और इस जगह माता की योनी गिरी थी, जो कि आज बहुत ही शक्तिशाली पीठ है।

  1.  मीनाक्षी अम्मन मंदिर (Meenakshi Amman Temple)

Meenakshi Temple: तमिलनाडु के शहर मदुरई में वैगई नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है। यह अपनी अद्भुत वास्तुकला को लेकर विश्व स्तर पर बहुत प्रसिद्ध है। मीनाक्षी मंदिर मुख्य रूप से पार्वती को समर्पित है, जिसे मीनाक्षी और उनके पति को सुंदरेश्‍वर (शिव) के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर देश के बाकि मंदिरों से काफी अलग है क्योंकि इस मंदिर में शिव और देवी पार्वती दोनों की एक साथ पूजा की जाती है। 

पौराणिक कथाओं की माने तो सुंदरेश्‍वर के रूप में जन्‍मे भगवान शिव ने पार्वती (मीनाक्षी) से शादी करने के लिए मदुरई का दौरा किया था। यह स्थान देवी पार्वती के जन्म स्थान होने की वजह से शरू से ही पवित्र रहा है, इसलिए पार्वती का स्मरण करने और उनकी पूजा करने के लिए इस मिनाक्षी मंदिर का निर्माण किया गया था। मीनक्षी मंदिर दिखने में बेहद खूबसूरत है जिसमें 14 प्रवेश द्वार या ‘गोपुरम’, स्वर्ण टावर, पवित्र गर्भगृह शामिल हैं। इस मंदिर की पवित्रता और आकर्षणों की वजह से रोजाना हजारों भक्त इस मंदिर की यात्रा करते हैं।

 

 5. सोमनाथ मंदिर (Somnath Temple)

सोमनाथ मंदिर गुजरात में स्थित है सोमनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से पहला माना जाता है। बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण स्वयं चंद्रदेव सोमराज ने किया था। मंदिर के इतिहास की बात करें तो पता चलता है की इसे गुजरात के राजा भीम और मालवा के राजा भोज ने मंदिर का फिर से निर्माण किया। 

 फिर सन 1297 में जब दिल्ली सल्तनत ने गुजरात पर कब्जा किया तो इस मंदिर ने एक फिर विनाश का सामना किया। सन् 1297 में जब दिल्ली सल्तनत के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी के सेनापति नुसरत खां ने गुजरात पर हमला किया तो उसने सोमनाथ मंदिर को दुबारा तोड़ दिया और सब कुछ लुट कर ले गया तो ऐसे इसे कई बार तोडा गया और कई बार पुनःनिर्माण भी किया गया है। 

ये भी पढ़ें:- ये हैं दुनिया के सबसे बड़े शिवलिंग..18 फीट ऊंचा, 51 लाख रुद्राक्ष, आप भी दर्शन करके पुण्य कमाएं  

 

डिसक्लेमर

इस लेख में दी गई जानकारी को विशेष तौर पर ज्योतिषियों और घार्मिक मान्यताओं के आधार पर लिया गया है। इसलिए दी गई जानकारियों पर 5 दरिया न्यूज़ आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं करता है। हमारा काम बस आप तक सुचना को पहुँचाना है।