5 Dariya News

जिला प्रशासन का बेहतरीन प्रयास, करीब 3 हजार किसानों को मोबाइल मैसेज के जरिए किया जागरुक

जिला प्रशासन की ओर से धान की निर्विघ्न व सुचारु ढंग से खरीद यकीनी बनाई जाएगी: डिप्टी कमिश्रर

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होशियारपुर 08-Oct-2018

जिला प्रशासन की ओर से एक बेहतरीन प्रयास करते हुए आज जिले के 3 हजार किसानों को मोबाइल पर मैसेज भेज कर जागरुक किया गया है। यह मैसेज आज जिला प्रशासन की ओर से जारी किया गया है और किसानों इस को पढक़र खुशी महसूस कर रहे हैं, क्योंकि इस मैसेज में धान के एम.एस.पी, नमी, सुपर एस.एम.एस, आधुनिक कृषि उपकरणों के बारे में जानकारी दी गई है। डिप्टी कमिश्रर ईशा कालिया ने कहा कि धान की खरीद जिले में निर्विघ्न व सुचारु ढंग से संपन्न करने के लिए आधुनिक तकनीक(मोबाइल) का उपयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि इस संदेश के माध्यम से किसानों को यह भी अपील की गई है कि वह धान की पराली को आग न लगाएं बल्कि इसके प्रबंधन के लिए आधुनिक कृषि उपकरणों का उपयोग करें। यह आधुनिक कृषि उपकरण किराए पर लेने के लिए फार्म मशीनरी बैंकों के साथ संपर्क किया जा सकता है।  उन्होंने कहा कि आज करीब 3 हजार किसानों को यह मैसेज भेजा गया है, जिसका उद्देश्य किसानों को जागरुक करना है। उन्होंने बताया कि भेजे गए संदेश में यह भी जिक्र किया गया है कि किसान सुपर एस.एम.एस कंबाइन से ही धान की कटाई करवाएं और धान की कटाई सांय 7 बजे से सुबह 10 बजे तक न करवाई जाए। इसके अलावा धान की फसल की निर्धारित की गई नमी 17 प्रतिशत व एम.एस.पी(कम से कम समर्थन मूल्य) 1770 रु पये प्रति क्विंटल, भी मोबाइल संदेश में शामिल है।ईशा कालिया ने हिदायत करते हुए कहा कि एम.एस.पी. से कम धान खरीदने वाले आढ़तियों का लाइसेंस मुअत्तल किया जाएगा, जबकि शैलर मालिकों की रजिस्ट्रेशन रद्द कर दी जाएगी। उन्होंने शैलर मालिकों को पूरा सहयोग देने की अपील की कि एम.एस.पी. से कम धान की खरीद बिल्कुल न की जाए व निश्चित समय पर ही लिफ्टिंग यकीनी बनाई जाएं। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से 17 प्रतिशत नमी निर्धारित की गई है और यह नमी मंडी की मेन एंट्री प्वाइंट पर ही चैक की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले में धान की निर्विघ्न खरीद के लिए 62 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने जिला मंडी अधिकारी को हिदायत करते हुए कहा कि मंडियों में किसानों की जागरु कता के लिए एम.एस.पी.,खाली बोरियों का रेट. निर्धारित की नमी संबंधी बैनर लगाएं जाएं। इसके अलावा किसी भी तरह की मुश्किल के निपटारे के लिए हैल्प लाइन डेस्क भी स्थापित की जाए।