मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि 'मेक इन इंडिया' की अवधारणा उनके राज्य कर्नाटक में चरितार्थ हो रही है। उन्होंने एक कार्यक्रम में यहां कहा, "गत दो साल में हमने 450 से अधिक परियोजनाएं मंजूर की, जिससे करीब 1.21 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ और 2.44 लाख रोजगार पैदा हुए, हालांकि बहुत कुछ किया जाना अब भी बाकी है।"उन्होंने कहा कि राज्य में शेल और टाटा पावर जैसी कई कंपनियों ने निवेश किया है।उन्होंने बताया कि एयर बस द्वारा ए330, ए350 और ए380 विमानों के लिए खरीदे जाने वाले 50 करोड़ डॉलर के पुर्जे में से 90 फीसदी आपूर्ति कर्नाटक की कंपनियों द्वारा होती है।उन्होंने कहा कि राज्य में व्यापार में सुविधा पहल को लागू करने की जिम्मेदारी उद्योग मंत्री आरवी देशपांडे पर डाली है।उन्होंने कहा, "हमारा ध्यान हमेशा आर्थिक विकास सुनिश्चित करने पर रहता है, ताकि राज्य में हर व्यक्ति का जीवन स्तर बेहतर हो सके। इनवेस्ट कर्नाटक-2016 के जरिए हम यही संदेश देना चाहते हैं।"