हिमाचल के काँगड़ा जिला में धर्मशाला के पास स्थित टांडा मेडिकल कालेज के इमर्जेंसी ब्लाक की छत पर गत दिवस नवजात बच्ची का गला-सड़ा शव मिला है। सूत्रों के मुताबिक मेडिकल कालेज की इमर्जेंसी के टॉप फ्लोर पर स्थित लिफ्ट रूम का ताला तोड़कर वहां पर इस बच्ची को रखा गया। इमर्जेंसी के इस क्षेत्र में कोई भी आता जाता नहीं है, जिस कारण दो दिनों तक किसी को भी इसकी भनक नहीं लगी। नवजात बच्ची को मौत के मुंह में छोड़ कर चले जाने के इस मामले ने सबको चौंका दिया है। प्राप्त सूचना के अनुसार बच्ची का शव एक-दो दिन पुराना लगता है I अस्पताल के भीतर नवजात बच्ची के शव के मिलने के कारण अस्पताल की सुरक्षा पर भी सवालिया निशान लगा है।
गत दिवस जब कर्मचारी लिफ्ट बंद होने पर उसे ठीक करने के लिए कमरे में पहुंचे तो वहां पर बदबू आने पर उन्होंने इस बच्ची के शव को देखा । यहां पर दो दरवाजों पर लगी चेन और ताले को तोड़कर कमरे के एक किनारे पर बच्ची का शव रखा गया था, जहां पर कर्मचारियों ने इसको देखा। कर्मचारियों ने इसकी सूचना तुरंत प्रभाव से अस्पताल प्रशासन को दी, जिन्होंने इस बाबत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अस्पताल के एमएस डा. दिनेश सूद ने बताया कि लिफ्ट रूम में बच्ची का शव मिलने की सूचना पुलिस को दे दी गई है। वहीं टीएमसी चौकी के एएसआई सुरजीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तथा धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।