हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में कर्तव्यों की प्रधानता रही है लेकिन पाश्चात्य सभ्यता के असर से समाज के अधिकारों की लड़ाई से न्यायपालिका पर बोझ बढ़ा है। अधिवक्ताओं को अपनी प्रोफेशनल जिम्मेवारी के साथ सामाजिक भूमिका का भी निर्वहन करना होगा। यह विचार उन्होंने आज पलवल में जिला बार एसोसिएशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में अधिवक्ताओं से रूबरू होते हुए व्यक्त किए। इससे पहले मुख्यमंत्री ने आज पलवल के न्यायिक परिसर के साथ अधिवक्ताओं के चैंबर्स की आधारशिला व लाइब्रेरी भवन का उद्घाटन किया।मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में अधिवक्ताओं को एक गौरवशाली कार्य से जुडऩे पर बधाई देते हुए कहा कि देश में बड़ी-बड़ी हस्तियां अधिवक्ता रही है। जिनमें संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर, आजादी लाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा देश को एकता व अखण्डता के सूत्र में पिरोने वाले सरदार पटेल भी अधिवक्ता थे।
अधिवक्ताओं की पहचान एक जागरूक वर्ग में की जाती है। यह ऐसा प्रोफेशन है जिसमें आपसी दूरिया मिटाने, तनाव मिटाने व मनमुटाव समाप्त कराने का प्रशंसनीय कार्य होता है। सामाजिक भूमिका के निवर्हन में आगे बढऩे पर इंसान का सामाजिक प्रभाव भी बढ़ता है। अपनी भूमिका, प्रभाव व समझदारी का अच्छी भावना से इस्तेमाल करने से सुखी समाज का निर्माण हो सकेगा।श्री मनोहर लाल ने डिजिटल शब्द का शाब्दिक विच्छेद करते हुए बताया कि अंग्रेजी भाषा में पहले डीआई तथा अंतिम एल को जोडऩे से दिल बनता है और बीच के जीआईटीए से गीता का उच्चारण होता है। दिल में गीता रखने से कर्म के साथ फल की चिंता न करने की सीख मिलती है। डिजिटल युग की इसी सोच पर आगे बढ़ते हुए आज ई-लाइब्रेरी की मांग उठती है। उन्होंने इस अवसर पर जिला बार एसोसिएशन पलवल को 21 लाख रुपए की आर्थिक सहयोग देने की घोषणा की।
पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में भवन कमेटी के अध्यक्ष जस्टिस सतीश कुमार मित्तल ने न्यायिक प्रक्रिया से जुड़े न्यायधीशों, अधिवक्ताओं व प्रतिवादीगण की तुलना भगवान, पुजारी व भक्तों से की। न्यायालय को मंदिर की संज्ञा देते हुए उन्होंने कहा कि इस संस्थान की पवित्रता बनाए रखना तीनों की जिम्मेवारी है। उन्होंने पलवल में आवश्यकता पडऩे पर नए चैंबर बनाने की बात भी कही। इस अवसर पर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में पलवल जिले के प्रशासनिक जज जस्टिस नरेश कुमार सांघी ने पलवल के न्यायिक परिसर को हरियाणा में सबसे सुंदर बताया और जिला बार एसोसिएशन की ओर से रखी गई विभिन्न मांगों का समर्थन किया। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान संसार सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री के समक्ष मांगपत्र पढ़ा।कार्यक्रम में हरियाणा की मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव दीपक मंगला, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय से जस्टिस एमएमएस बेदी, जस्टिस दया चौधरी, जस्टिस रामेश्वर मलिक, जस्टिस एमएस चौहान, जस्टिस शेखर धवन, जस्टिस दर्शन सिंह, जस्टिस रमेंद्र जैन, जस्टिस परमजीत सिंह, जस्टिस पीबी भजंतरी, जस्टिस हरिपाल वर्मा, उपायुक्त अशोक कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक मीतेश जैन, एडीजे वेद प्रकाश सिरोही, एडीजे नरेश कुमार, एडीजे रजनी यादव आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।