जल सप्लाई व सैनीटेशऩ मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा ने कहा कि पंजाब के प्रत्येक गांव के प्रत्येक घर को अक्तूबर 2016 तक स्वच्छ पेयजल मुहैया करवाने के लिए निजी कुनैक्शन और प्रत्येक घर में निजी शौचालय की सुविधा होगी। इस प्रोजेक्ट पर 2200 करोड़ खर्च किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जिन घरों में शौचालय की सुविधा होने के बावजूद घर के सदस्य खुले में शौचालय जाते हैं। उनको जागरूक करने के लिए पंजाब सरकार एवं गैर सरकारी संस्थान (एन जी ओज़) द्वारा मिलकर जागरूकता लहर आरंभ की जायेगी ताकि खुले में शौचालय के कारण फैलती गंदगी से बचा जाये। स.रखड़ा ने यह बात आज यहां चंडीगढ़ में विभाग द्वारा एन जी ओज़ और सामाजिक संगठनों को इस लहर से जोडऩे के लिए करवाई एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन करते हुये क ही।
रखड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा विश्व बैंक के साथ मिलकर राज्य की 100 प्रतिशत ग्रामीण जनसंख्या को स्वच्छ पेयजल और सैनीटेशन की सुविधा घर में ही देने का प्रोजेक्ट बनाया गया है जिसपर 2200 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। इस प्रोजेक्ट तहत 6 लाख, 50 हजार घरों को पेयजल का निजी कुनैक्शन और 6 लाख 25000 घरों में निजी शौचालय की सुविधा दी जायेगी। उन्होंने कहा कि विभाग ने इस प्रोजेक्ट को 15 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है जिस दिशा में कार्य आरंभ हो गया है। जलापूर्ति एवं सैनीटेशन मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा अकेले शौचालय बनाने से यह प्रोजेक्ट पूरा नही होना। इस प्रोजेक्ट की सफलता लोगों द्वारा निजी शौचालयों की घर में ही इस्तेमाल पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि विभाग अपने स्तर पर लोगों को शौचालय बनाने के बाद जागरूक करने का कार्य तो कर ही रही है परंतु इसको सही सफल बनाने के लिए निजी संस्थानों तथा सामाजिक संगठनों का साथ बहुत आवश्यक है। उन्होंने ऐसी समस्त संस्थानों का आह्वान करते हुये कहा कि वह लोगों से निम्न स्तर पर जुड़ी होती हैं और इस प्रोजेक्ट संबंधी भी लोगों को जागरूक करें। उन्होंने समस्त निजी संस्थानों को भरोसा दिलाया कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सरकार द्वारा उनको पूर्ण सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वह तनदेही से कार्य करते हुये एन जी ओज़ के साथ पूरा तालमेल स्थापित करें।
इस अवसर पर बोलते हुये अतिरिक्त मुख्य सचिव जलापूर्ति एवं सैनीटेशन श्री सुरेश कुमार ने कहा कि निजी शौचालय बनाने के साथ ही खुले में शौचालय से मुक्ति का लक्ष्य पूरा नही होगा। इसलिए लोगों की सोच और मानसिकता बदलने की जरूरत है। उन्होंने लोगों को खुले में शौचालय से फैलती गंदगी से होने वाली बिमारियों संबंधी बताने की जरूरत है। सरकार की स्कीम का फायदा उठाते हुये लोग निजी शौचालयों का प्रयोग करें तथा इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निजी संस्थान सबसे अधिक कारगार साबित हो सकते हैं। अंत में विभाग के सचिव और मुखी श्री अजोय शर्मा ने समस्त एन जी ओज़ का पहुंचने के लिए धन्यवाद किया। इससे पूर्व कार्यशाला की शुरूआत स. रखड़ा ने दीप प्रजविल्लत करके की। कार्यक्रम के दौरान जहां भी विभाग के अधिकारियों ने एन जी ओज़ को स्कीम संबंधी अवगत् करवाया वहीं जागरूकता के लिये बनाई विशेष वीडियो भी दिखाई गई। एन जी ओज़ के प्रतिनिधियों ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किये। इस अवसर पर मुख्य तकनीकी कोऑर्डीनेटर श्री एस आर अग्रवाल, चीफ इंजीनियर उत्तरीय श्री डी एस चीमा, मुख्य इंजीनियर केंद्रीय श्री पी एस भट्टी, विश्व बैंक के प्रतिनिधि श्रीनिवास, मैडम वंदना मैहरा एवं आर आर मोहन, निदेशक सैनीटेशन मोहम्मद इशफाक, समस्त निगरान इंजीनियर्स सहित विभाग के समस्त अधिकारी उपस्थित थे।