नेशनल पैंथर्स पार्टी के मुख्य संरक्षक प्रो. भीमसिंह ने भाजपा नेतृत्व और केन्द्रीय सरकार पर आरोप लगाया कि दोनों क्षेत्रों कश्मीर घाटी और जम्मू में एम्स जैसी सुविधाएं वाला मेडिकल संस्थान बनाने का आश्वासन देकर जम्मू-कश्मीर के लोगों को गुमराह कर रही है, क्योंकि यह एम्स एक्ट, 2012 के अधिकार क्षेत्र से बाहर है। एक राज्य में एक ही एम्स हो सकता है, जहां तक जम्मू-कश्मीर का सम्बंध है उसकी जुड़वां राज्य के रूप में पुनर्गठन नहीं किया गया है, इसलिए वहां दो एम्स नहीं हो सकते। इस प्रक्रिया में अनुच्छेद 370 लागू होता है, इसमें संशोधन की जरूरत है या जम्मू-कश्मीर का जुड़वां राज्यों के रूप में पुनर्गठन किया जाय।
पैंथर्स सुप्रीमो ने कहा कि यहां अनेक अन्य समस्याएं भी हैं जैसे पाकिस्तान और अधिकृत कश्मीर के शरणार्थियों को बसाने, विधानसभा क्षेत्रों को परिसीमन एवं जम्मू प्रदेश के साथ लगातार भेदभाव।प्रो. भीमसिंह ने पूर्व सŸाारूढ़ गठबंधन पर जम्मू प्रदेश के इस आंदोलन को हाईजेक न करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि राज्य की नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के नेतृत्व वाली पूर्व सरकार जम्मू प्रदेश को नजरअंदाज करती रही थी, जिसने परिसीमन को खारिज कर दिया, पुनर्वास अधिनियम बनाकर राज्य की सुरक्षा को खतरे में डाला दिया, पाकिस्तान और अधिकृत कश्मीर के 15 लाख शरणार्थियों और जम्मू विस्थापितों को नजरअंदाज किया और अब लोगों की जम्मू में एम्स बनाने के सम्बंध में आंदोलन को हाईजेक करने की कोशिश कर रही है, क्योंकि उसे लगता है कि राज्य में उसकी राजनीति अस्तित्व खतरे में पड़ गया है।उन्होंने सिविल सोसाइटी और समन्वय समिति से इस आंदोलन को उस समय तक जारी रखने की अपील की, जब अपना उद्देश्य हासिल न कर लें। जम्मू प्रदेश के लोग अपनी पहचान और राजनीतिक अस्तित्व की लड़ाई को बर्दाश्त नहीं सकते।