राज्य में शांति और सद्भावना को बनाये रखने के अपनी वचनबद्धता को दोहराते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा है कि पंजाब सरकार राज्य में किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम है और राज्य की शांति किसी भी कीमत पर भंग नही होने दी जायेगी।आज आनाज मंडी खरड़ में स्वर्गीय मान सिंह मनहेड़ा की तीसरी बरसी के अवसर पर पत्रकारों द्वारा दीनानगर घटना की पृष्ठभूमि में अन्य घटनांए घटित होने की शंकाओं संबंधी समाचार रिपोर्टो बाबत पूछे गये एक प्रशन के उत्तर में स. बादल ने कहा कि पंजाब सरकार अपनी जिम्मेवारी के प्रति पूरी तरह सुचेत है। उन्होंने ऐसी शंकाओं को निर्मूल बताते हुये किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचने की अपील भी की।
मुख्यमंत्री ने इससे पूर्व स्वर्गीय मान सिंह मनहेड़ा को श्रद्धांजलि भेंट करते हुये कांग्रेस पार्टी को कड़े हाथों लेते हुये कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश पर 6 दशक राज किया परंतु कांग्रेस पार्टी की जनविरोधी नीतियों के कारण आज हमारे देश का बड़ा हिस्सा गुरबत का जीवन जी रहा है। उन्होंने इस अवसर पर शहीद भगत सिंह, करतार सिंह सराभा, शहीद उधम सिंह और लाला लाजपत राय शहीदों द्वारा देश की स्वतंत्रता के लिए दी कुर्बानियों और उनके द्वारा स्वतंत्र भारत के लिए सजोये गये सपनो के पूरा ना होने पर अफसोस व्यक्त करते हुये कहा कि कांग्रेस की नीतियों के कारण अमीर और अमीर , गरीब और गरीब होते गये। इसी कारण अमीरों और गरीबों के बीच दरार बड़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपनी संकीर्ण मानसिकता और कुर्सी की खातिर हमेशा हीं दबे-कुचले और गरीब लोगों को अपने वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया है।
उन्होंने कांग्रेस द्वारा विभिन्न समय के दौरान गरीबी हटाने के नारों का जिक्र करते हुये कहा कि कांग्रेस नारे गरीब पक्षीय लगाती है परंतु अमल में इसने गरीबों के लिए कुछ नही किया और हमेशा गरीबों से धोखा किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज भी भ्रमपूर्ण प्रचार करने पर तुली हुई है परंतु अब लोग कांग्रेस पार्टी की घटिया चालों से जागरूक हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भारतीय संविधान में धर्म निरपेक्षता तथा समाजवाद का जिक्र किया और कहा कि शिअद ने हमेशा सभी धर्माे का सम्मान और मानवता के कल्याण के लिए प्रेरणा गुरू साहिबानों के सिक्खी सिद्धांतों से मिली है जिसको शिअद ने अपनी सोच का आधार बनाया है। कांग्रेस ने कभी भी सिक्ख कौम का भला नही सोचा बल्कि राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक तथा धार्मिक क्षेत्रों में दखल अंदाजी कर हमेशा सिक्ख कौम को क्षति पहुंचाई है।
स. बादल ने राज्य के दबे-कुचले और गरीब वर्गो के कल्याण के लिए अपनी वचनबद्धता दोहराते हुये कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता संभालने के पहले दिन से ही राज्य के दलितों और गरीबों के कल्याण के लिए अनेकों कदम उठाये हैं और बहुत सारी स्कीमों को अमली जामा पहनाया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने गरीबों के लिए आटा-दाल, शगुन स्कीम, विद्यार्थीयों के लिए छात्रवृति स्कीम को आरंभ करने के अतिरिक्त अपने विरसे को संभालने के लिए कई यादगारें भी बनाई हैं। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि सरकार द्वारा होश्यिारपुर में श्री गुरू रविदास जी की और अमृतसर मे ंभगवान वाल्मीकि की यादगारों के अतिरिक्त जालंधर के समीप कसबा करतारपुर में जंग-ए-आज़ादी यादगार और अमृतसर में देश की रक्षा में अपना महान योगदान डालने वाले बहादुर सैनिकों की याद में जंग-ए-यादगार बनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्यभर में गरीब लोगों के इस्तेमाल के लिए कम्यूनिटी सैंटर के निर्माण का भी एलान किया ताकि वह अपने बच्चों की शादी के अतिरिक्त और समागम कम खर्चे से कर सकें। उन्होंने इस अवसर पर खरड़ में स्वर्गीय मान सिंह मनहेड़ा के नाम पर कम्यूनिटी सैंटर के निर्माण किया।इस अवसर पर क्षेत्र आनंदपुर साहिब से लोकसभा सदस्य प्रौ. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने स्वर्गीय मनहेड़ा को श्रद्धांजलि भेंट करते हुये कहा कि स्वर्गीय मनहेड़ा ने श्रमिकों एवं मज़दूरों का जीवन स्तर उंचा उठाने के अतिरिक्त पंजाब की अधिकारित मांगों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय मनहेड़ा का परिवार शिरोमणि अकाली दल से जुड़कर पार्टी प्रति सेवांए निभा रहा है।
इस अवसर पर स्वर्गीय मनहेड़ा की धर्म पत्नी बीबी सतबीर कौर ने श्रद्धांजलि समारोह में शामिल पंजाब के मुख्यमंत्री और अन्य प्रमुख व्यक्तियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री स. बलवंत सिंह रामूवालिया, जत्थेदार उजागर सिंह बड़ाली, श्री अर्जुन सिंह कांसल, जत्थेदार बलजीत सिंह कुंबड़ा ने भी श्रद्धांजलि भेंट की। श्रद्धांजलि समारोह के अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव श्री एन के शर्मा, विधायक जस्टिस निर्मल सिंह, पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन बीबी परमजीत कौर लांडरां सदस्य सतवंत कौर जौहल, जिला प्रधान स्त्री अकाली दल बीबी कुलदीप कौर कंग सदस्य एस जी पी सी चरणजीत सिंह काहलेवाल, साहिब सिंह बडाली, दर्शन सिंह शिवजोत, बीबी कशमीर कौर औ एस डी स. हरदेव सिंह हरपालपुर, स. परमिंदर सिंह मनहेड़ा साहिब अन्य प्रमुख व्यक्ति भी उपस्थित थे।