गांव कैमरी के ग्रामीणों ने गांव के ही विजय सिंह पुत्र हरद्वारी सिंह सहारण द्वारा गांव के पंचायती बरसाती नाले पर अवैध कब्जा करके उस पर दिवार व गेट लगाकर पानी को रोकने की शिकायत जिला उपायुक्त से की है। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त व्यक्ति के अवैध निर्माण के चलते गांव में जलभराव हो गया है और दो दर्जन से अधिक घरों में दरारें आ गई हैं। इस बाबत गांव के सरपंच जो कि उक्त व्यक्ति का भाई है, के सामने अनेक बार ग्रामीण नाला खोले जाने की मांग रख चुके हैं लेकिन सरपंच इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं कर रहा। ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त को एक पत्र सौंपकर इस संबंध में कार्यवाही की थी लेकिन लगभग दो माह बीत जाने के बाद भी इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की गई है। अब बरसात के मौसम में घरों में पानी घुसने व मकानों के गिरने का खतरा बढ़ गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि इस बरसाती नाले के जरिये गांव का बरसात का व गंदा पानी जोहड़ में से ड्रेन में जाता है जिसे विजय सिंह ने दिवार खींच कर रोक दिया है और अब यह पानी गांव की बस्तियों में घुस रहा है जिससे अनेक मकानों के आने-जाने का रास्ता बंद हो गया है और साथ ही उनमें दरारें आ गई हैं। इसके साथ-साथ हर समय पानी खड़ा रहने से वहां बदबू का माहौल रहता है और अनेक प्रकार की बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है। ग्रामीण अनेक बार विजय सिंह व गांव के सरपंच को यह रास्ता खोलने की मांग कर चुके हैं लेकिन विजय सिंह ने इस पर अवैध कब्जा करके पानी की निकासी को रोक रखा है जिससे ग्रामीण काफी परेशान हैं।ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव वासियों के जीवन से जुड़ी इस समस्या पर तुरंत ध्यान देकर इस अवैध कब्जे को हटवाया जाए व गांव के पंचायती बरसाती नाले को खोला जाए ताकि बरसात के इस मौसम में घरों में पानी न घुसे, बीमारियां न फैलें और गांव वासी सामान्य जीवन जी सकें। उपायुक्त को शिकायत सौंपने वालों में प्रवीन पुत्र श्याम सुंदर शर्मा, राजेंद्र पंच, बिमल पंच, सुरेश पंच, बसकौर पंच, पूर्व सरपंच पति छोटू राम, पूर्व चेयरमैन छोटू राम, पंच सुभाष शर्मा, पूर्व पंच रामेश्वर भांभू, भगवाना दास नंबरदार व अनेक ग्रामीण शामिल हैं।