हरियाणा के पूर्व कृषि मंत्री एवं इनेलो विधायक दल के उपनेता जसविंदर संधू ने प्रदेश सरकार से हौद चिल्लड़ कांड के मुख्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने और दंगा पीडि़तों को 31 साल बाद इंसाफ दिलाए जाने की मांग की है। संधू ने कहा कि 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या के बाद हौद चिल्लड़ में 32 निर्दोष सिखों की हत्या किए जाने के मामले की जांच के लिए सरकार द्वार नियुक्त किए गए जस्टिस टीपी गर्ग कमीशन ने जहां हौद चिल्लड़ मामले में सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी वहीं सरकार ने आयोग का कार्यकाल गुडग़ांव व पटौदी मामलों के संबंध में छह महीने और बढ़ाने का निर्णय लिया था। आयोग ने दंगा पीडि़तों को उन्हें 1984-85 से लेकर 2006-07 के बीच दिए गए तीन बार में कुल सात लाख रुपए मुआवजे के अलावा 20 लाख रुपए प्रत्येक को अतिरिक्त मुआवजा दिए जाने और मारे गए सैनिक अधिकारी इंद्रजीत सिंह की विधवा को 25 लाख रुपए दिए जाने की सिफारिश की थी। जिन्हें पहले कोई मुआवजा नहीं मिला था।
श्री संधू ने कहा कि 31 साल बाद भी इन दंगों के लिए दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न किए जाना बेहद चिंताजनक है और सरकार को चाहिए कि वे दंगा पीडि़तों को आयोग की ओर से की गई सिफारिशों के मुताबिक तुरंत अतिरिक्त मुआवजा देने के साथ-साथ उनके जख्मों पर मरहम लगाने के लिए दोषियों के खिलाफ भी कार्रवाई करते हुए उन्हें सजा दिलाने का काम करे जिन्होंने बेकसूर व निर्दोष लोगों की बेवजह हत्या करने और उनकी सम्पत्ति को लूटने व जलाने का काम किया जिससे अनेक परिवारों को अपना घर बार न सिर्फ छोडऩा पड़ा बल्कि उनकी कई पीढिय़ां बर्बाद हो गई। काम किया जिससे अनेक परिवारों को अपना घर बार न सिर्फ छोडऩा पड़ा बल्कि उनकी कई पीढिय़ां बर्बाद हो गई।