दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति (डीपीसीसी) ने सोमवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। पार्टी ने दिल्ली में लोकायुक्त नियुक्त न करने को लेकर सरकार का विरोध करते हुए मार्च निकाला। प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए डीपीसीसी के प्रमुख अजय माकन ने लोकायुक्त की नियुक्ति न करने पर अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार की आलोचना की। दिल्ली में 2013 से लोकायुक्त का पद खाली है। माकन ने कहा, "लगभग 150 दिन गुजर गए हैं, लोकपाल कहां है? लोकायुक्त कहां है?"उन्होंने मांग करते हुए कहा, "हमारी मांग है कि दिल्ली में लोकायुक्त की नियुक्ति होनी चाहिए और लोकपाल विधेयक पारित होना चाहिए।"कांग्रेस के कार्यकर्ता दोपहर में डीपीसीसी के दफ्तर पर एकत्रित हुए और उन्होंने आईटीओ के पास स्थित लोकायुक्त के दफ्तर की ओर मार्च करना शुरू कर दिया।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गांधी शांति प्रतिष्ठान के पास ही रोक लिया। सरकार विरोधी नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। माकन ने कहा, "चुनाव से पहले आप ने राष्ट्रीय राजधानी में लोकायुक्त नियुक्त करने का वादा किया था, लेकिन सरकार में आने के बाद वे अपने वादे को पूरा करने में असफल रहे।"उन्होंने कहा, "अरविंद केजरीवाल समेत आप के 30 विधायकों के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। इसीलिए सरकार दिल्ली में लोकायुक्त की नियुक्ति को लेकर डर रही है क्योंकि इससे उन्हीं की सरकार मुसीबत में पड़ सकती है।"अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के वरिष्ठ प्रवक्ता पी.सी. चाको ने भी इस प्रदर्शन में भाग लिया। उन्होंने कहा, "हम तब तक प्रदर्शन जारी रखेंगे, जब तक कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली में लोकायुक्त नियुक्त नहीं कर देते। "चाको ने कहा, "अगर आप सरकार सात दिनों के भीतर लोकायुक्त की नियुक्ति पर फैसला नहीं लेती है, तो हम राजधानी के सभी जिलों में इसका विस्तार करते हुए प्रदर्शनों में तेजी लाएंगे।"