हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राम बिलास शर्मा ने केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण के मंत्री श्री रामविलास पासवान से मुलाकत की और बिना मूल्य कटौती करे गेहूं की खरीद की मांग की। केन्द्रीय मंत्री श्री रामविलास पासवान ने इस बारे में आश्वस्त किया कि गेहूं की खरीद बिना मूल्य कटौती के हो इसके लिए वे प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे। केन्द्र सरकार किसानों की हितैषी है तथा उनके हित में फैसला किया जाएगा।
हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री श्री रामबिलास शर्मा ने केन्द्रीय मंत्री से आग्रह किया कि भारत सरकार द्वारा दी गई छूटों पर मूल्य कटौती न लगाई जाए तथा गेहूं में कम क्षतिग्रस्त दानों की मात्रा का प्रतिशत भी बिना मूल्य कटौती के 4 प्रतिशत से बढ़ाकर 6 प्रतिशत किया जाए। श्री शर्मा ने कहा कि सिकुड़े व टूटे दानों की मात्रा का प्रतिशत भी बिना मूल्य कटौती के 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 9 प्रतिशत की बजाय 10 प्रतिशत किया जाए। उन्होंने मांग की कि क्षतिग्रस्त दानों की मात्रा का प्रतिशत भी बिना मूल्य कटौती के 2 प्रतिशत से बढ़ाकर 3 प्रतिशत किया जाए। श्री शर्मा ने कहा कि चमक रहित दानों में दी गई 10 से ऊपर 50 प्रतिशत तक की दी गई छूट को बिना मूल्य कटौती के स्वीकार किया जाए तथा भारतीय खाद्य निगम द्वारा ली जाने वाली मेंडेट्री एक्सेस गेन को माफ किया जाए।
उन्होंने कहा कि गेहूं का लगभग सारा स्टॉक वर्षा से प्रभावित है और इसका प्रभाव गेहूं की चमक पर भी स्पष्ट दिखाई देता है। गेहूं के चमकरहित होने के साथ-साथ कम क्षतिग्रस्त , टूटे, सिकुड़े हुए तथा क्षतिग्रस्त दानों की मात्रा की प्रतिशत में भी बढ़ोतरी हुई है। इसलिए गेहूं की खरीद बिना मूल्य कटौती के हो। गौरतलब है कि हरियाणा में किसान बोनस की उम्मीद कर रहे थे अब जो छूट मिली वह मूल्य कटौती के साथ है इसी विषय को लेकर हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री श्री रामबिलास शर्मा ने आज केन्द्रीय मंत्री श्री रामविलास पासवान से मुलाकात की तथा किसानों का पक्ष उनके समक्ष रखा।इस अवसर पर केन्द्र में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सचिव सुधीर कुमार, संयुक्त सचिव यू.के.एस. चौहान, हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री एस.एस. प्रसाद, अतिरिक्त निदेशक खाद्य एवं आपूर्ति श्री जयपाल सिंह भी उपस्थित थे।