रामथली समाधा (चीका) डेरा प्राचीन काल से श्रदा का केंद्र
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5 Dariya News ( राजकुमार अग्रवाल )
कैथल , 01 Mar 2015
रामथली समाधा (चीका) के दरबार पूरी में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष 6 मार्च को विशाल मेले का आयोजन किया जा रहा है जिसमे हरियाणा ,पंजाब ,राजस्थान ,दिल्ली ,आंध्रप्रदेश ,से भक्त जन इस दरबार में अपनी हाजिरी लगाने आते है ,इस दरबार की विशेषता यह है की यहाँ प्रसाद के इलावा गुलाल का प्रयोग किया जाता है ! दरबार पूरी डेरे की विशेष मान्यता चलते यह डेरा प्राचीन काल से श्रदा का केंद्र बना हुआ है ,इस दरबार के बारे में कहा जाता है की यह स्थान त्रेता युग से जसोता के समय भगवान राम चन्द्र ने और महान तपस्वी बॉस ट्रडीश ने इस स्थान पर बाबा भोले नाथ की आराधना की थी तब से इस स्थान का नाम रामास्थली (रामस्थली )प?ा ,इस धार्मिक स्थल पर जहाँ सरोवर भी मौजूद है वही वह बाण वृक्ष भी हर जिसके नीचे ब्रह्मपुरी जी ने तपस्या की थी ! इस दरबार में भगत जन भगवें रंग का चोला चढ़ा कर मन्नत मांगते है ,वहीं पति पत्नी यहाँ आकर अपनी सुखना देकर ओलाद की कामना करते है ,जब भक्तो की कामना पूरी हो जाती है तो वे यहां आकर अपनी हाज़री लगा डेरा का शुक्र मनाते है !इस डेरे की बागडोर दरबार पूरी जी ,श्री राम पूरी जी ,चुह? पूरी जी ,खुशहालपुरी जी ,हरभजनपुरी ,निर्भयपुरी ,प्रयागपुरी ,महराजपुरी ,ठाकुरपुरी ,स्वर्णपुरी,नर्वदापुरी ,गंगापुरी ,और जोत पूरी के इलावा अनेक साधू महाराज के हवाले है