आर्य समाज की युवा शाखा सार्वदेशिक आर्य वीर दल घरौंडा की ओर से रविवार को स्वामी श्रृदानंद बलिदान दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान समारोह का का शुभारम्भ हवन यज्ञ से किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में घरौंडा विधायक हरविन्द्र कल्याण ने भाग लिया। इसके अलावा समारोह में आर्य समाज की प्रसिद्व भजनोपदेशक अंजलि आर्य ने भाग लेकर स्वामी श्रृदानंद जी के जीवन चित्रणा पर मधुर गीत गाए, जिस पर सभी झूम उठे। इसके अलावा समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में आर्य समाज के प्रसिद्व वक्ता व पाणिनी आर्ष गुरूकूल नली खूर्द के निदेशक स्वामी सम्पूर्णानंद सरस्वती ने भाग लेकर उपस्थित जनसमूह को स्वामी श्रृदानन्द जी के जीवन के बारे में विस्तार से बताया व कहा कि मानव जीवन में कभी भी किसी भी समय किसी भी क्षण बदलाव आ सकता है।
ऐसा ही स्वामी श्रृदानन्द जी के जीवन में महर्षि दयानन्द सरस्वती से मिलने के बाद हुआ। महर्षि दयानन्द जी से प्रेरित होकर स्वामी श्रृदानन्द जी ने शुद्वि आंदोलन, महिला शिक्षा, अंधविश्वास के प्रति जागरूकता, गुरूकूलों की स्थापना का काम किया। उन्होंने अपना सबकुछ दान दे दिया था। मानवता कल्याण के लिए स्वामी जी ने कार्य किए। ऐसे महान व्यक्ति धरती पर कम ही पैदा होते है। हमें उनके दिखाए राष्ट्रीयता व मानवतावादी रास्ते पर चलना चाहिए, यही उन्हें सच्ची श्रृदांजलि होगी। इस दौरान आर्य समाज व आर्य वीर दल के सदस्यों ने विधायक हरविन्द्र कल्याण को, स्वामी सम्पूर्णानन्द सरस्वती जी को व बाहरवीं कक्षा के सी.बी.एस.सी.बोर्ड़ में आर्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के छात्र कपिल वशिष्ठ को पूरे भारत में दूसरे व उतर भारत में प्रथम स्थान पाने पर स्मृति चिन्ह व स्वामी दयानन्द द्वारा लिखे ग्रन्थ सत्यार्थ प्रकाश के साथ सम्मानित किया। इस अवसर पर रणधीर शास्त्री, सुभाष आर्य, दिलबाग लाठर, महेन्द्र जांगड़ा, धीरज खरकाली, राजेश आर्य, डा.अमित, अशोक शर्मा, सुल्तान कलहेड़ी, सुदर्शन जुनेजा, रोहित गोयल, देव धीमान, संजीव वैद्विक,राकेश आर्य,रविन्द्र बंसल सहित अन्य मौजूद थे।