शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री रामविलास शर्मा ने कहा कि शिक्षक भर्ती बोर्ड के माध्यम से फर्जी दस्तावेज के बल बूते पर शिक्षकों को भर्ती किया जा रहा था। शिक्षक बोर्ड में विषय विशेषज्ञों की बजाय रिश्तेदारों को ज्यादा तवज्जो दी गई थी। राज्य सरकार ने योग्य प्रार्थियों को लगाने और पारदर्शिता लाने के लिए ही शिक्षक भर्ती बोर्ड को रद्द करने का निर्णय लिया है। शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा बुधवार को श्री जय राम विद्यापीठ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने कहा कि पिछली सरकार ने शिक्षक भर्ती बोर्ड, पुलिस भर्ती बोर्ड में बिना योग्यता के आधार पर सदस्यों और चेयरमैन को नियुक्त किया। इन बोर्डों के सभी सदस्य पिछली सरकार के मंत्रियों और विधायकों के रिश्तेदार ही थे। उन्होंने बताया कि शिक्षक भर्ती बोर्ड के माध्यम से जो शिक्षक भर्ती किए गए, उनके दस्तावेजों की जांच के बाद तथ्य सामने आए हैं कि कागजों पर हाथ की बजाय पैरों के अंगूठों के निशान लगाए हुए हैं। जो अनुभव पत्र साथ लगे हैं, वो संस्थान ही कार्यरत नहीं हैं। इतना ही नहीं, शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी ऐसे शिक्षण संस्थानों के हैं, जिनका अस्तित्व ही नहीं है। उन्होंने एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि फिलहाल राज्य सरकार भर्ती हुए शिक्षकों की समीक्षा कर रही है। समीक्षा रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्यवाही की जाएगी।
पर्यटन मंत्री रामविलास शर्मा ने कहा कि कुरुक्षेत्र उत्सव गीता जयती समरोह को हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी धूमधाम से मनाया जा रहा है। गीता के उपदेश आज भी प्रसांगिक हैं। इस उत्सव में जहां प्रशासन द्वारा सभी प्रबंध किए हैं, वहां जयराम विद्यापीठ में कथा का शुभारंभ किया जा रहा है। एक प्रश्न का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि कुरुक्षेत्र उत्सव गीता जयंती समारोह में दुकानदारों, व्यापारियों और आम नागरिकों ने असुविधाओं और अव्यवस्थाओं को लेकर जो शिकायत प्रशासन को की है, उस मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। इस मामले को लेकर जिला प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक भी ली जाएगी। उत्सव में किसी को भी परेशानी नहीं आने दी जाएगी। इस मौके पर श्री जयराम विद्यापीठ संस्थान के संचालक ब्रहमस्वरूप ब्रहमचारी, लाडवा के विधायक डा. पवन सैनी, पूर्व मंत्री देवेंद्र शर्मा, केबी पंडित, जय भगवान शर्मा डीडी, खैराती लाल सिंगला, राजेश सिंगला, विलायती राम नरूला, डा. गणेश दत्त, आचार्य देवव्रत, श्रवण सिंगला, कुलवंत सैनी, पवन गर्ग, मुनीष मित्तल आदि मौजूद थे।