जीरकपुर के रिषी अपार्टमेंट में छठी मंजिल से गिरकर मारी गई युवती लवप्रीत को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोपी एसपी मोहनलाल को १४ दिन की न्यायिक हिरासत में पटियाला सेंट्रल जेल भेज दिया गया। पुलिस रिमांड खत्म होने पर एसपी मोहनलाल को फिर डेराबस्सी की एसडीजेएम कोर्ट में पेश किया गया था। इससे पहले शुक्रवार को कोर्ट ने एसपी मोहनलाल का पुलिस रिमांड एक दिन और बढ़ा दिया था।
जिक्रयोग्य है कि छठी मंजिल पर स्थित इसी फ्लैट की बालकनी से गिरकर लवप्रीत कौर की १७ मई की सुबह मौत हो गई थी। बाद में २४ जून को पुलिस ने एसपी मोहनलाल के खिलाफ उसे आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया। एसपी के दो बेटे व एक बेटी है। बड़ा बेटा ऑस्ट्रेलिया, छोटा बेटे ने चंडीगढ़ में ग्रेजुएशन पूरी की है जबकि बेटी बीए भाग एक की छात्रा है। एसपी मोहनलाल ने बच्चों की पढ़ाई के लिए रिषी अपार्टमेंट में अपने दोस्त कर्मजीत से उसका फ्लैट नंबर ६०१ रुपए १५ हजार रुपए डेढ़ साल से किराए पर ले रखा है।
बीती १७ मई की सुबह २३ वर्षीय लवप्रीत की खुदकशी के दौरान एसपी मोहनलाल, उसकी पत्नी प्रोमिला व बेटा मौके पर अपने किराए के फ्लैट में ही थे। लवप्रीत ने प्रोमिला के फोन से काल कर एसपी को सुबह फ्लैट में बुलाया। उसके आने पर तैयार होने का बहाना कर लवप्रीत ने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। तभी सॉस की कांच की बोतल तोड़ने की आवाज आने पर परिवार चौंका परंतु कुंडी अंदर से बंद होने पर दरवाजा खुल नहीं सका। इस बीच लवप्रीत ने टूटी बोतल से खुदकशी की बजाय बाथरुम के रास्ते बालकनी में जाकर नीचे छलांग लगा दी। एसपी व उसका परिवार व गनमैन ही उसे लेकर कार में चंडीगढ़ अस्पताल लेकर पहुंचे।
पुलिस की एसआई टीम की तफ्तीश में सामने आया है कि लवप्रीत शाम को उक्त फ्लैट में पहुंच गई थी जहां एसपी की पत्नी व बेटा पहले से मौजूद थे। प्रोमिला ने लवप्रीत को समझाने की जिम्मेदारी ली जबकि एसपी घर से बाहर दोस्त के यहां ठहरे। सारी रात प्रोमिला लवप्रीत को बच्चों की समझाती रही कि वे लोग उसका बढ़िया जगह रिश्ता करा देंगे। एसपी का पीछा छोड़ दे परंतु लवप्रीत को यह नागवार गुजरा। वह एसपी की अधिकारिक पत्नी बनना चाहती थी। अगले दिन एसपी के आने पर उसने सुबह सात बजे दरवाजा बंद कर अपनी मांग में सिंदूर भरा व खुदकशी के लिए कांच की बोतल तोड़ी परंतु बोतल सही तरह नहीं टूटी जिस पर लवप्रीत ने बालकनी से छलांग दी। बालकनी में बिना दरवाजा खोले नहीं पहुंचा जा सकता था। दरवाजे के अलावा बाथरूम की कुंडी भी बंद थी जिसे लवप्रीत के पिता लखविंदर, उसके मामा बलविंदर व गांव सरपंच की हाजिरी में पुलिस ने तोड़ा।
लवप्रीत ने मोहनलाल के बटाला में सरकारी आवास पर भी एसपी के परिवार की मौजूदगी में चाकू से खुदकशी करने का प्रयास किया था। एसआईटी प्रमुख एसपी डिटेक्टिव बलविंदर बराड़ ने बताया कि परिवार द्वारा बीच बचाव करने पर मामला टल गया था परंतु लवप्रीत ने अपने मंसूबे जाहिर कर दिए थे। मीडिया के सामने चाहे एसपी मोहनलाल ने अवैध संबंधों से इंकार किया परंतु पुलिस तफ्तीश में यह बात कबूल की है। परिवार की गैर मौजूदगी में एसपी के किराए के फ्लैट पर लवप्रीत १६ मई से पहले भी दो बार आई थी। उन्होंने कहा कि एसपी, उनकी पत्नी और दोनों बेटों से पूछताछ की गई है जिसमें पता चला है कि एसपी व उसका परिवार लवप्रीत को अपना फैसला बदलने के लिए समझाता रहा परंतु वह नहीं मानी। उधर, शिकायतकर्ता की मदद में आए मानवाधिकार संगठन ने भी एक ऑडियो सीडी में लवप्रीत को खुदकशी की धमकी की रिकार्डिंग होने का दावा किया है। यह सीडी एक फोन काल की रिकॉर्डिंग है जिसमें लवप्रीत अपने किसी जानकार को कह रही है वह एसपी उसका न हुआ तो वह उसके फ्लैट पर जाकर खुदकशी कर ली है। थाना प्रभारी त्रिलोचन सिंह के अनुसार ऑडियो सीडी पेश करने पर उसकी प्रमाणिकता की जांच की जाएगी।