हिंदुस्तान की 125 करोड़ की आबादी में से हरियाणा की आबादी भले ही महज 2.50 करोड़ यानी दो फीसदी हो लेकिन हिंदुस्तान की सीमाओं पर शहीद होने वाला हर दसवां सैनिक हरियाणा का है। देश की सुरक्षा और सैन्य सेवाओं में हरियाणा का गौरवशाली इतिहास रहा है। लेकिन अफसोस की बात है कि जिन सैनिकों के भरोसे हम सीमाओं के अंदर शांति से गुजर-बसर करते हैं। उन सैनिकों की कुर्बानी का सम्मान हरियाणा की किसी सरकार ने अब तक सही मायने में नहीं किया, जिसके वो हकदार हैं। यह बात भिवानी के गांव सरसपुर में पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए हरियाणा लोकहित पार्टी के अध्यक्ष एवं सिरसा के विधायक गोपाल कांडा ने कही। कांडा ने कहा कि हरियाणा लोकहित पार्टी की सरकार के सत्ता में आते ही पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान हेतु न केवल अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी बल्कि इसके लिए अलग से मंत्रालय भी बनाया जाएगा। गोपाल कांडा ने कहा कि विशेष तौर पर भिवानी की एक अलग ही भूमिका भारतीय सेना में रही है। भिवानी से न सिर्फ शहीदों की एक लंबी सूची है बल्कि भिवानी ने कई सेनाध्यक्ष भी दिए हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा की मौजूदा सरकार सैनिकों व उनके आश्रितों को सम्मान देने में असफल रही है। सरकार की कई योजनाएं धरातल पर नहीं उतर पाई हैं। कांग्रेस सरकार केदावों केबावजूद आज भी हरियाणा केपूर्व सैनिकों को अपनी समस्याओं के समाधान हेतु दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं। कांडा ने कहा कि हलोपा की सरकार आते ही पूर्व सैनिकों की पेंशन संबंधी सभी समस्याओं तथा शहीदों केआश्रितों को अपनी समस्याओं के समाधान हेतु सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हलोपा की सरकार में न केवल पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान हेतु अधिकारियों व कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाएगी बल्कि संबंधित विभागों केकर्मचारी घर बैठे ही उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। कार्यक्रम आयोजक जयवीर फौजी गोपाल कांडा द्वारा वृद्धों की पेंशन बढ़ाकर ढाई-ढाई हजार किए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि हलोपा की इसी योजना केकारण प्रदेश में लोग जुड़ रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता हरिओम भाली ने मंच संचालन किया। गोपाल कांडा का यहां पहुंचने पर स्वागत करते हुए पार्टी प्रवक्ता अशोक बुवानीवाला ने कहा किभिवानी जिले ने न केवल देश को सर्वाधिक सैनिक दिए हैं बल्कि अनेक खिलाड़ी भी दिए हैं। इसके बावजूद प्रदेश की मौजूदा सरकार ने पिछले दस वर्षों में इस क्षेत्र के विकास की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए जयसिंह बिश्रोई ने कहा कि राजनीतिक खींचातान के कारण भिवानी जिले का विकास बाधित हुआ है। इस अवसर पर पार्टी नेता तेज बंसल, देवेंद्र सिंह टक्कर, कृष्ण सरपंच समेत कई नेताओं ने संबोधित किया।