राष्ट्रमंडल खेलों में महिला भारोत्तोलन में 53 किलोग्राम भारवर्ग की स्वर्ण पदक विजेता नाइजीरिया की चिका अमालाहा को डोपिंग का दोषी पाए जाने के बाद स्पर्धा की कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय एथलीट संतोषी मात्सा को रजत पदक विजेता घोषित किया गया। स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहीं एक अन्य भारतीय एथलीट स्वाती सिंह को ताजा घटनाक्रम के फलस्वरूप कांस्य पदक विजेता घोषित किया गया। रजत पदक विजेता पापुआ न्यू गिनी की डिका तोऊ स्वर्ण पदक विजेता घोषित की गईं। राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) ने एक बयान जारी कर बताया कि चिका के नमूना 'ए' और नमूना 'बी' के परीक्षणों में वह डोपिंग की दोषी पाई गईं।
सीजीएफ के बयान के अनुसार, "सीजीएफ ने नाईजीरिया की भारोत्तोलक चिका अमालाहा को डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन किए जाने का दोषी पाया है, तथा उन्हें राष्ट्रमंडल खेलों से पूरी तरह निलंबित कर दिया गया है।"बयान के अनुसार, "परिणामस्वरूप अमालाहा को महिला 53 किलोग्राम भारवर्ग में हासिल स्वर्ण पदक के अयोग्य घोषित कर दिया गया है।"अमालाहा ने ग्लासगो में नाईजीरिया के लिए पहला स्वर्ण पदक हासिल किया था। राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में वह भारोत्तोलन में पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की महिला भी बन गई थीं।