श्री आन्नदपुर साहिब के ऐतिहासिक 350 वर्षीय स्थापना दिवस समागमों के अवसर पर भाषा विभाग पंजाब द्वारा विशेष साहित्यिक सामग्री प्रकाशित की जाएगी जो खालसे की जन्म भूमि स बन्धी इतिहास, धार्मिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक जानकारी उपलब्ध करवाएगी। यह जानकारी उच्चतर शिक्षा व भाषा मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा ने आज यहां जारी एक प्रैस बयान द्वारा दी।रखड़ा ने कहा कि श्री आन्नदपुर साहिब के 350 वर्षीय स्थापना दिवस समारोह इस माह शुरू हो गये हैं जो अगले वर्ष 2015 तक चलेंगें। इन समागमों को साहित्यिक रंग देने और संगतों को इस ऐतिहासिक नगरी स बन्धी विस्तार में जानकारी देती पुस्तकें व अन्य साहित्यिक सामग्री प्रकाशित की जा रही है जो प्रसिद्ध विद्वानों द्वारा लिखवाई जा रही है।
रखड़ा ने कहा कि भाषा विभाग राज्य के पाठकों को ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक व आम ज्ञान विज्ञान से स बन्धित साहित्यिक सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध है। इसी दिशा में श्री आन्नदपुर साहिब के स्थापना दिवस के अवसर पर श्री आन्नदपुर साहिब के इतिहास, श्री आन्नदपुर साहिब और श्री कीर्तपुर साहिब के गुरद्वारे व अन्य स बन्धित जानकारी देती पुस्तकें, किताबचे व पैफलैंट आदि प्रकाशित करवा रहा है। भाषा मंत्री ने बताया कि बीते दिनों श्री आन्नदपुर साहिब में स्थापना दिवस के पहले समागम के अवसर पर भाषा विभाग द्वारा तैयार विशेष मैगजीन श्री अकाल त त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह जी और श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी मल्ल सिंह जी द्वारा रलीज़ किया गया है जिसमें शहर के इतिहास से स बन्धित लेख और संत निहाल सिंह निर्मले की कबिता में लिखी दुर्लभ रचना अमोल होला शामिल है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा तीन सौ वर्षीय स्थापना दिवस के अवसर पर भी विशेष साहित्य छापा गया था। इसके अतिरिक्त श्री आन्नदनपुर साहिब से श्री दमादमा साहिब तलवण्डी साबो तक की विशाल यात्रा स बन्धी पंजाबी, हिन्दी और अंग्रेजी में सचित्र 'गुरू गोबिन्द सिंह मार्ग छाप कर पाठकों को भेंट किया था।