हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने हिमाचल प्रदेश में प्राथमिकता के आधार पर हवाई अड्डों और हवाई पट्टियों के आधुनिकीकरण और प्रदेश के लिए नियमित आधार पर समुचित संख्या में उड़ानें आरम्भ करने पर बल दिया है ताकि प्रदेश में आने वाले उच्च क्षमता वर्ग के पर्यटकों की आवश्यकताएं पूरी की जा सकें। मेजर मनकोटिया ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री अशोक गजपति राजू पूसापति से भेंट की और उन्हें हिमाचल प्रदेश की नागरिक उड्डयन सम्बन्धी विभिन्न मांगों से अवगत करवाया। उन्होंने प्रदेश में उपलब्ध पर्यटन क्षमता के दोहन से सम्बन्धित विभिन्न मामले भी केन्द्रीय मंत्री के समक्ष रखे।यह एक शिष्टाचार भेंट थी।मेजर मनकोटिया ने प्रदेश में उपलब्ध पर्यटन क्षमता की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश की वर्तमान हवाई पट्टियों का आधुनिकीकरण आवश्यक है और इसके लिए केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय एवं भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण का विशिष्ट सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने प्रदेश में उपलब्ध हवाई सुविधाओं के विस्तार का मामला उठाते हुए कहा कि इससे पर्यटकों, विशेषकर विदेशी पर्यटकों को समुचित हवाई सुविधा एवं सम्पर्क प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में हवाई पट्टियां समुचित संख्या में उपलब्ध नहीं हैं और प्रदेश के लिए उड़ाने भी काफी कम हैं। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में केन्द्रीय मंत्रालय का सहयोग अपेक्षित है।
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने मेजर विजय सिंह मनकोटिया द्वारा उठाए गए सभी मामलों में गहरी रूचि दिखाते हुए कहा कि हिमाचल में उपलब्ध पर्यटन क्षमताओं के विषय में विस्तृत योजना प्रस्तुत की जाए, ताकि उनका मंत्रालय प्रदेश सरकार को वांछित सहायता प्रदान कर सके।उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ग्रामीण युवाओं के लिए रोज़गार सृजन उपलब्ध करवाने वाली विभिन्न पर्यटन योजनाएं आरम्भ करना चाहती है, ताकि निचले स्तर पर आर्थिक गतिविधियां सुदृढ़ हो सके।पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के हिमाचल प्रदेश के प्रति लगाव की चर्चा करते हुए श्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि हिमाचल विख्यात लोगों के लिए सदैव ही प्रिय गतंव्य स्थल रहा है। मेजर मनकोटिया ने इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री को हिमाचल आने का न्यौता दिया और हिमाचली शॉल एवं टोपी भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने अवगत करवाया कि प्रदेश पर्यटन विभाग निकट भविष्य में प्रदेश की पर्यटन गतिविधियों के सम्बन्ध में एक सम्मेलन आयोजित करने पर भी विचार कर रहा है।