बदहाल बस अड्डा
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5 दरिया न्यूज (विजयेन्दर शर्मा)
धर्मशाला , 04 Jan 2013
ज्वालामुखी के बस अड्डे का रखरखाव नगर पंचायत ज्वालामुखी करती है और हर साल लगभग 60 लाख रुपए की आय नगर पंचायत को इस बस अड्डे को नीलाम करने से प्राप्त होती है। बावजूद इसके बस अड्डे में व्याप्त असुविधाओं व कुव्यवस्था से न केवल बाहर से आने वाले यात्रियों को यहां भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है, बल्कि बस ओपरेटरों को भी अवैध कब्जों की बजह से बसें खड़ी करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। प्रदेश सरकार के तीन मंत्रियों उद्योग मंत्री किशन कपूर, परिवहन मंत्री महेंद्र सिंह व खाद्य आपूर्ति मंत्री रमेश धवाला ने कई बार इस बस अड्डे का निरीक्षण करके नगर पंचायत को निर्देश दिए कि बस अड्डा, क्योंकि तंग व छोटा है, इसलिए यहां पर कोई भी रेहड़ी-फड़ी आदि न लगाई जाए, यहां पर बनाया गया कूड़ादान भी इसी वजह से हटाया गया था, ताकि बस अड्डे में यात्रियों को चलने-फिरने में दिक्कत न हो। विश्व विख्यात शक्तिपीठ होने के कारण यहां पर रोजाना 150 सरकारी बसें तथा 260 निजी बसें यहां से गुजरती हैं, जिनमें हजारों यात्रियों का यहां देर रात तक आना-जाना लगा रहता है। यहां बस अड्डे में जो बरामदा यात्रियों के चलने फिरने व बैठने के लिए नगर पंचायत ने बनाया था, इसको भी दुकानदारों ने कब्जे में ले लिया है, जिससे यहां यात्रियों को चलने-फिरने में असुविधा होती है। यहां पर कई बड़े वाहन भी सामान चढ़ाने या उतारने के लिए घंटों खड़े रहते हैं, उससे भी परेशानी होती है। यहां बस अड्डे में कई दुकानदार बेतरतीब तरीके से अपने दोपहिया वाहनों को खड़ा करते हैं, जिससे भी बस अड्डा तंग नजर आता है, इसके अलावा अवैध रेहडिय़ों ने तो शहर की सूरत ही बिगाड़ कर रख दी है, जिसकी कई दुकानदारों, बस अड्डा के ठेकेदारों ने व यात्रियों ने नगर पंचायत से शिकायतें कीं, परंतु कोई सुनवाई नहीं होती है। इस संदर्भ में बस अड्डा प्रभारी दिले राम ने कहा कि यहां देर रात्रि कोई चौकीदार नहीं है, जिससे चोरियों का खतरा रहता है, पहले यहां दस लोग काम करते थे, अब मात्र दो बाबुओं से ही काम चल रहा है।