पंजाब युवा कांग्रेस के अध्यक्ष मोहित मोहिंद्रा ने हड़ताली पीसीएमएस डॉक्टरों के साथ एकजुटता व्यक्त की है। उन्होंने 'आप' सरकार से डॉक्टरों की सभी मांगें मानने और राज्य में तत्काल चिकित्सा सेवाएं बहाल करने को कहा। आज यहां जारी एक बयान में मोहिंद्रा ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में ओपीडी पूरी तरह से बंद है और पंजाब सरकार के उदासीन रवैये के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि डॉक्टर नौ सितंबर से हड़ताल पर हैं और इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सरकार की ओर से कोई गंभीर प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।पीवाईसी अध्यक्ष ने कहा कि डॉक्टर अस्पतालों में पर्याप्त सुरक्षा के अलावा सुनिश्चित करियर प्रोन्नति योजना की बहाली की मांग कर रहे हैं। मोहिंद्रा ने कहा कि पंजाब और कोलकाता में बलात्कार की हालिया घटनाओं के मद्देनजर डॉक्टरों की सुरक्षा महत्वपूर्ण मुद्दा है।
उन्होंने पंजाब प्रोटेक्शन ऑफ मेडिकेयर सर्विस पर्सन्स एंड मेडिकेयर सर्विस इंस्टीट्यूशंस एक्ट, 2008 को सख्ती से लागू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि हड़ताल से पहले ही डॉक्टरों और पैरा-मेडिकल स्टाफ की 50 प्रतिशत से अधिक रिक्तियों के कारण राज्य संचालित अस्पतालों में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं ठप हो गई थीं।
मोहिंद्रा ने कहा कि चिकित्सकों और मंत्रियों के समूह के बीच बैठक बिना किसी समाधान के समाप्त हो गई क्योंकि राज्य सरकार चिकित्सकों की दो प्रमुख मांगों को लागू करने की समय सीमा के बारे में लिखित में देने को तैयार है। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान के हस्तक्षेप और चिकित्सा सेवाओं को बहाल करने की भी मांग की। उन्होंने मुख्यमंत्री को चुनाव के दौरान उनकी इस प्रतिबद्धता के बारे में याद दिलाया कि अगर उन्हें सत्ता दी जाती है तो स्वास्थ्य और शिक्षा उनकी प्राथमिकताएं होंगी। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग आप को वोट देने के अपने फैसले पर पछता रहे हैं।