मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने अपने कार्यकाल के केवल 30 महीनों में 44,974 सरकारी नौकरियां देकर राज्य के युवाओं के जीवन में एक और मील का पत्थर स्थापित किया है। आज यहां स्थानीय निकाय विभाग के ऑडिटोरियम में युवाओं को विभिन्न विभागों में 293 पदों के लिए नियुक्ति पत्र सौंपने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया जो युवाओं की किस्मत बदल देगा।
उन्होंने कहा कि इस स्थान पर पहले भी कई ऐसे कार्यक्रम हुए हैं, जिनमें युवाओं को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरियां मिली हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है जो युवाओं के कल्याण को सुनिश्चित करने और उनके लिए रोजगार के नए रास्ते खोलने के लिए है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक विभाग में खाली होते ही सभी पदों को भर देती है। उन्होंने कहा कि पूरी भर्ती प्रक्रिया के लिए एक ठोस प्रक्रिया अपनाई गई है जिसके कारण इन 44,000 से अधिक नियुक्तियों में से किसी भी नियुक्ति को अभी तक किसी भी अदालत में चुनौती नहीं दी गई है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार के लिए यह गर्व की बात है कि इन युवाओं को पूरी तरह योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उनके लिए गर्व और संतोष की बात है कि सभी युवाओं का चयन पूरी तरह उनकी योग्यता और काबिलियत के आधार पर किया गया है।
उन्होंने कहा कि यह पहला कार्यक्रम नहीं है क्योंकि पंजाब सरकार द्वारा राज्य के युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपने के लिए इससे पहले भी ऐसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार इस नेक काम में युवाओं को सहयोगी बनाकर पंजाब की पुरानी शान को बहाल करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार के ठोस प्रयासों के कारण राज्य में युवाओं के पलायन की प्रवृत्ति उलट गई है। उन्होंने कहा कि राज्य के युवा अब बेहतर जीवन की तलाश में विदेश जाने के बजाय यहां रोजगार पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जो युवा पहले विदेश जा चुके थे, वे भी अब वापस आ रहे हैं और नौकरियां पाने के लिए मेहनत कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खुशी और संतोष की बात है कि उनकी सरकार के प्रयासों का परिणाम मिल रहा है और युवा राज्य की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में सक्रिय भागीदार बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बात रिकॉर्ड पर है कि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में युवाओं के दाखिलों में भारी वृद्धि देखने को मिल रही है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार की लोकहितैषी नीतियों के कारण यह प्रवृत्ति भविष्य में भी जारी रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य के युवाओं के कल्याण के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि युवा नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी देने वाले बनें।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य की प्रगति में युवाओं की सक्रिय भागीदारी से ही एक उन्नत और खुशहाल पंजाब का सपना साकार किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा पहले ही 842 आम आदमी क्लीनिक स्थापित किए जा चुके हैं जिनमें से अब तक 2 करोड़ से अधिक लोग गुणवत्तापूर्ण इलाज प्राप्त कर चुके हैं और 95 प्रतिशत लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे 30 और क्लीनिक स्थापित किए जा रहे हैं, जो लोगों को उनके घरों के पास ही गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन क्लीनिकों ने राज्य में विभिन्न बीमारियों की जांच और उनके प्रभावी उपचार के लिए एक डेटाबेस तैयार करने में भी सरकार की मदद की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब ये युवा सरकार का अभिन्न अंग बन चुके हैं और वे इन युवाओं से मिशनरी भावना से लोगों की सेवा करने की उम्मीद करते हैं। भगवंत मान ने उम्मीद जताई कि नए भर्ती हुए युवा अपनी कलम का इस्तेमाल समाज के जरूरतमंद और पिछड़े वर्गों की मदद के लिए करेंगे।
उन्होंने कहा कि नए भर्ती हुए युवा अधिक से अधिक लोगों के कल्याण के लिए काम करेंगे ताकि समाज के हर वर्ग को इसका लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले ढाई वर्षों में लोगों ने राज्य सरकार की लोकहितैषी नीतियों में विश्वास जताया है जिससे कर राजस्व में भारी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि अब तक राज्य में 18 टोल प्लाजा बंद किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि इनमें से अधिकांश टोल प्लाजा ने अवधि बढ़ाने की मांग भी की थी लेकिन जनहित में उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन टोल प्लाजा के बंद होने से पंजाब के लोगों को प्रतिदिन लगभग 63 लाख रुपए की बचत हो रही है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब सरकार ने सभी सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे में सुधार का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 118 सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को एमिनेंस स्कूल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें स्मार्ट क्लासरूम, वैज्ञानिक शिक्षा के लिए अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं और खेल के मैदान शामिल हैं।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा छात्रों को जीवन में अधिक से अधिक सफलता प्राप्त करने और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के योग्य बनाने में मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के इतिहास में पहली बार राज्य भर के सरकारी स्कूलों में मेगा माता-पिता-शिक्षक मिलनी का आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस मेगा पीटीएम में 20 लाख माता-पिता ने भाग लिया था। उन्होंने कहा कि इस नवीन प्रयास से छात्रों को बहुत लाभ होगा। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि यह प्रयास आने वाले समय में छात्रों को तैयार करने में बेहद सहायक साबित होगा। इस दौरान नए नियुक्त कर्मचारी नौकरियां देने के लिए मुख्यमंत्री का दिल से धन्यवाद किया और अपने अनुभव साझा किए।
लुधियाना से नव नियुक्त ओफथैल्मिक अधिकारी शिवानी शर्मा ने नौकरी मिलने की खुशी व्यक्त करते हुए खुलासा किया कि उनके साथ उनका भाई भी नौकरी प्राप्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि वह दोगुनी खुशी महसूस कर रही हैं क्योंकि यह उनके पूरे परिवार के लिए गर्व का क्षण है। शिवानी ने जोर देकर कहा कि उनकी नियुक्ति पूरी तरह मेरिट के आधार पर की गई है, जिससे उनकी उपलब्धि और भी सुखद हो गई है।
एमएलटी-2 नियुक्त हुई खरड़ की गुरदीप कौर अपने नवजात बच्चे के साथ समारोह में शामिल हुईं। उन्होंने पूरी भर्ती प्रक्रिया को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। झबाल (तरनतारन) के ब्लॉक एक्सटेंशन एजुकेटर गुरलाल सिंह ने बिना किसी सिफारिश के नौकरी मिलने पर अपनी हैरानी मुख्यमंत्री के साथ साझा की।
उन्होंने कहा, “जब मुझे नौकरी के बारे में फोन आया तो मैं हैरान रह गया क्योंकि मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी।” श्री मुक्तसर साहिब के एमएलटी हरदीप सिंह ने युवाओं को नौकरियां देने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि वह पहले विदेश जाने के बारे में सोचते थे, लेकिन 'आप' सरकार की पहलों ने उनका दृष्टिकोण बदल दिया है। उन्होंने गर्व से कहा, “मैं इस अवसर के लिए दिल की गहराइयों से सरकार का आभारी हूं।”