शिरोमणी अकाली दल ने आज पार्टी का दीर्घकालिक एजेंडा तैयार करने के लिए नवंबर के पहले सप्ताह में श्री आनंदपुर साहिब में तीन दिवसीय डेलिगेटस् सैशन आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस संबंधी निर्णय सरदार सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में कोर कमेटी की मीटिंग में लिया गया। कमेटी ने तय किया कि डेलीगेट सैशन में पंजाब के साथ हो रहे अन्याय के साथ-साथ स्वास्थ्य , शिक्षा, पर्यावरण, प्रवासी समुदाय और संघवाद को मजबूत करने के तरीकों सहित महत्वपूर्ण मुददों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
कोर कमेटी ने 15 अगस्त को खन्ना के गांव इसरू में शहीद करनैल सिंह की शहादत की याद में 19 अगस्त को रक्खड़ पुन्या के अवसर पर बाबा बकाला में तथा 20 अगस्त को संत हरचंद सिंह लोंगोंवाल की पुणयतिथि के अवसर पर लोंगोंवाल में राजनीतिक सम्मेलन करने का फैसला किया है। इस बीच यहां वर्किंग कमेटी और कोर कमेटी ने 30 जुलाई और 1 अगस्त को पार्टी की अनुशासन कमेटी द्वारा लिए गए सभी फैसलों की पुष्टि की, जिसके तहत पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण कुछ नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया गया था।
दोनों कमेटियों ने प्रस्ताव पारित किया, जिसमें पार्टी अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल को वर्किंग कमेटी के कुछ सदस्यों की मृत्यु यां पार्टी छोड़ने यां निष्कासित किए जाने के कारण खाली हुए पदों को भरने की मंजूरी दी गई। यह मंजूरी पार्टी के संविधान के प्रावधान 5 एच और 29 के तहत दी गई।पार्टी अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने मीटिंग के दौरान वरिष्ठ नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ राजनीतिक बदलाखोरी का कड़ा संज्ञान लिया।
अन्य सदस्यों ने सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा कि नेता को दी जा रही प्रताड़ना असहनीय है। सभी सदस्यों ने कहा कि आम आदमी पार्टी , सरदार मजीठिया के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत दर्ज एक झूठे और मनगढंत केस को आगे बढ़ा रही है और उन्हे फंसाने के लिए कई एसआईटी बनाई गई, लेकिन कोई फायदा नही हुआ। उन्होने कहा कि मौजूदा एसआईटी, सरदार मजीठिया को अदालत के प्रतिकूल आदेश का सामना करने के लिए बार-बार समन जारी करके अदालती सुनवाई में शामिल होने से रोकने की हद तक चली गई है।
डा. दलजीत सिंह चीमा ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए राज्य की खराब आर्थिक स्थिति का भी जिक्र करते हुए कहा कि राज्य का कर्ज 3.5 लाख करोड़ रूपये तक पहुंच गया है और अकेले आप सरकार पर 65 हजार करोड़ रूपये का कर्ज है। उन्होने पूंजीगत व्यय प्रोजेक्टों में अपनी हिस्सेदारी के लिए आप सरकार द्वारा दीर्घकालिक कर्जा लेने के तरीके की भी निंदा की है। वर्किंग कमेटी ने पहले पास किए प्रस्ताव के अनुसार पार्टी की नई कोर कमेटी के नामांकन को भी मंजूरी दे दी है।
इस मीटिंग में स. हरजिंदर सिंह धामी, स. बलविंदर सिंह भूंदड़, स. गुलजार सिंह रणीके, स. जनमेजा सिंह सेखों, स.महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, डाॅ. दलजीत सिंह चीमा, स. शरनजीत सिंह ढ़िल्लों, स. हीरा सिंह गाबड़िया, स. सोहन सिंह ठंडल, स. परमजीत सिंह सरना, स. मनजीत सिंह जीके, स. इकबाल सिंह झूंदा, स. विरसा सिंह वल्टोहा, स. गुरबचन सिंह बब्बेहाली, डा. सुखविंदर सुक्खी, स. लखबीर सिंह लोधीनंगल, स. मनतर सिंह बराड़, स. हरमीत सिंह संधू, स. बलदेव सिंह खेरा, स. सर्बजीत सिंह झिंझर, बीबी हरगोबिंद कौर और स. अर्शदीप सिंह कलेर मौजूद थे।