बिजली न मिलने से परेशान कुटानी रोड इंडस्ट्रीयल वैल्फेयर एसोसिएशन व पानीपत कम्बल मन्यूफैक्चिरिंग एसोसिएशन देसराज कालोनी की संयुक्त बैठक कुटानी रोड स्थित कार्यालय में एसोसिएशन के प्रधान राकेश चुघ की अध्यक्षता में हुई। जिसमें सैकड़ों उद्यमियों ने भाग लिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम द्वारा बिजली की आपूर्ति 22 घंटे नहीं की गई तो उद्यमी अपने उद्योग बंद करके दूसरे प्रदेश में पलायन करने के लिए मजबूर होंगे। बैठक में इस आशय का एक पत्र राज्यपाल, मुख्यमंत्री, बिजली मंत्री व विद्युत प्रसारण निगम के आला अधिकारियों एवं उपायुक्त पानीपत को भेजे गए हैं। श्री चुघ ने बताया कि पिछले 3 वर्षों से बिजली की समस्या को लेकर उद्योगपति परेशान हैं। गत वर्ष एसोसिएशन ने अपनी सभी फैक्टरियां को बंद करके कुटानी रोड स्थित बिजली के फीडर पर धरना-प्रदर्शन किया था। उस समय विभाग के दो एसडीओ व तहसीलदार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे , जिन्होंने उद्यमियों को 15 दिन के अंदर बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से देने का वायदा किया था। लेकिन एक साल बीतने के बाद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। श्री चुघ ने बताया कि इंडस्ट्रियल एरिया में लगभग 400 लघु उद्योग हैं, जिनमें लगभग 10000 मजदूर काम करते हैं, लेकिन उद्योगों को 24 में से मात्र 4 घंटे बिजली दी जाती है और वह वह भी कट लगाकर। अगर जनरेटर चलाते हैं तो वह बहुत महंगा पड़ता है।
इसके कारण जहां उद्यमियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, हैरानी की बात यह है कि एक तरफ हरियाणा सरकार बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बताकर वाहवाही लूट रहा है वहंी दूसरी ओर उद्योगों को बिजली मात्र 4 घंटे ही मिल रही है जिससे उद्यमी, श्रमिक व व्यापारी वर्ग दु:खी है। श्री चुघ ने कहा कि सूचारू बिजली आपूर्ति नहीं मिलने पर मजबूरी में हमें यहां से पलायन करना पड़ेगा। एसोसिएशन के संरक्षक नवल जिंदल ने बताया कि इस क्षेत्र के उद्योगपति 3 साल से बिजली संकट से जूझ रहे हैं। अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे अपने उद्योगों के साथ अन्य प्रदेशों में जाने को बाध्य होंगे। इस अवसर पर अशोक मनोचा, राम मेहर, रवि शर्मा, विनय शर्मा, सोनू जैन, आदेश जैन, सोमनाथ, मुकेश जैन, पवन हांड़ा, विकास गर्ग, पवन मखीजा, अनिल बत्तरा, प्रेम पप्पू, पवन जैन, नरेश चावला, राजेश मलिक, संजय मलिक, अमन मक्कड़, अंग्रेज मलिक, देवेन्द्र गांधी, रवि शर्मा, चंद्र सैनी, जयवीर, रमेश बंसल, जागिन्द्र, किशन गुप्ता व तिलक राज आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।