कस्बे से अराईपुरा गांव की ओर से जाने वाली सड़क खस्ता होने लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। निकासी नहीं होने से सड़क पानी से लबालब रहती है। सड़क की हालत इतनी दयनीय हो चुकी है कि इस पर वाहन से चलना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। सड़क पर बने गड्ढे हादसों का कारण बन रहे हैं। यह सड़क दर्जनों गांव को कस्बे से जोड़ती है। कुछ समय पहले प्रशासन की ओर से सड़क पर रोड़ा डलवाया गया था, लेकिन सड़क का निर्माण नहीं कराया गया। लोगों का कहना है कि संबंधित अधिकारी समस्या को जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं। यदि समस्या का जल्द ही समाधान नहीं हुआ तो वह आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
विकास की धूरी टूटी
समाज सेवी प्रिंस का कहना है कि सड़कों को विकास की धूरी माना जाता है, लेकिन कस्बे की सड़कें ही टूटी हुई हैं। संबंधित विभाग की ओर से सड़कों की मरम्मत करने के नाम पर मात्र खानापूर्ति की गई है। प्रदेश सरकार की योजनाएं धरातल पर लागू नहीं होकर घोषणाओं तक ही सिमट कर रह गई है।
भेदभाव के कारण पिछड़ा कस्बा
ऋषिपाल राणा ने कहा कि कस्बा राजनीतिक भेदभाव के कारण पिछड़ चुका है। क्षेत्र में इनेलो विधायक हैं जबकि राज्य में सरकार कांग्रेस की है। इस कारण क्षेत्र के विकास के लिए आज तक कोई ग्रांट नहीं आई। सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व क्षेत्र के लोगों से लिया जाता है, लेकिन विकास के नाम पर यहां कोई सुविधा नहीं दी गई।
आवाजाही में होती दिक्कत
आजाद का कहना हैकि खस्ताहाल सड़क से आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर बने गढ्डे हादसों का कारण बन रहे हैं। सड़क की हालत इतनी खस्ता हो चुकी है कि इस पर वाहन से चलना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इस बारे में संबंधित विभाग के अधिकारियों को शिकायत दी गई, लेकिन अब तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।
निकासी नहीं होने से परेशानी
विरेन्द्र धीमान ने कहा कि निकासी नहीं होने के कारण सड़क पानी से लबालब रहती है। बरसात के दिनों में समस्या ओर अधिक गहरा जाती है। सड़क पर पानी जमा रहने से मच्छर व मक्खी की तदाद बढ़ रही है। इस वजह से क्षेत्र में भयंकर बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है। राहगीर गंदे पानी से निकलकर अपने गंतव्य तक जाने को मजबूर हैं। स्कूल व कालेज में पढऩे वाले विद्यार्थियों को भी आवागम में दिक्कत होती है।
कोई नहीं लेता सुध
विशाल भटनागर ने कहा कि उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं। वह समस्या को लेकर संबंधित अधिकारियों व सत्ताधारी नेताओं तक हर जगह गुहार लगा चुके हैं। चुनाव के समय राजनीतिक पार्टी के नेता वोट मांगने के लिए तो उनके पास आ जाते हैं, लेकिन सत्ता में आने के बाद उनकी कोई सुध लेने वाला भी नहीं होता। यदि समय रहते समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आने वाले चुनाव में वह कांग्रेस का बहिष्कार करेंगे।
समस्याओं के हल के लिए लडनी पडेगी लडाई
भाजपा की कि नेत्री मोहिन्द्रा चौहान व राजीव शर्मा का कहना है कि नगर मे समस्याओं का अम्बार लगाा है मगर प्रशासन इस ओर से वर्षों से मौन धारण किये है । समस्याओं को लेकर जनता परेशान है। बस अड्डे पर गर्मी मे यात्रीयों के लिए खडे होने तक की जगह नही थी। सामाजिक संस्था समाज कल्याण क्लब ने एक हफते की प्रशासन से लडाई लडकर शैड की सुविधा यात्रीयों को दिलाई। जिससे लगता है अन्य समस्याओं के लिए भी जनता को लडाई लडनी पडेगी। तभी शायद प्रशासन की नीद खुले।