मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा राज्य के लोगों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने की वचनबद्धता को दोहराते हुए पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने आज यहाँ बताया कि जल्द ही लोग पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलियरी साइंसेज़ ( पी.आई.एल.बी.एस.) में लीवर ट्रांसप्लांट की सुविधा समेत जिगर और बिलियरी की बीमारियों सम्बन्धी आला दर्जे की स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने पंजाब सिविल सचिवालय में पी.आई.एल.बी.एस. के गवर्निंग बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए पी.आई.एल.बी.एस. में अति-आधुनिक डायग्नौस्टिक और प्रबंधन सुविधा स्थापित करने को भी मंजूरी दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार ने इस संस्था के लिए आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए पहली किश्त के तौर पर 25 करोड़ रुपए की ग्रांट पहले ही जारी कर दी है।
यह जानकारी देते हुए कि इस प्रतिष्ठित संस्था में आऊटपेशैंट डिपार्टमैंट ( ओ.पी.डी.) सेवाएं पहले ही मुहैया करवाई जा रही हैं, डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि संस्था के इस नवंबर तक पूरी तरह कार्यशील होने की उम्मीद है, क्योंकि अति-आधुनिक उपकरण खरीदने की प्रक्रिया के साथ-साथ सुपर-स्पेशलिस्ट डॉक्टरों और अन्य पैरा- मेडिकल स्टाफ को भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
उन्होंने आगे कहा कि जल्द ही गंभीर हैपेटाईटस, सिरोसिस, लीवर कैंसर, अल्कोहलिक लीवर डिसीज़, जलन, वैनस और विशेष विकार जैसे कि गॉल ब्लैडर और बिलियरी डिसीज़ और बच्चों एवं बालिग़ों में लीवर और बिलियरी के विशेष विकारों समेत अलग-अलग तरह की जिगर की बीमारियों वाले मरीज़ इस संस्था में इलाज सेवाओं का लाभ ले सकेंगे।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि जल्द ही लोग इस इंस्टीट्यूट, जो इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलियरी साइंसेज़, नयी दिल्ली की तरह स्थापित किया जा रहा है, में लीवर ट्रांसप्लांट सुविधा का लाभ भी उठा सकेंगे। उन्होंने आगे कहा कि देश में जिगर और बिलियरी की बीमारियों वाले मरीजों के लिए आला दर्जे की डॉक्टरी सेवाएं प्रदान करने वाला यह दूसरा सरकारी सुपर-स्पेशियलिटी संस्थान होगा।
बैठक में विशेष सचिव स्वास्थ्य डॉ. कारथिक अडापा, डायरैक्टर स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. आदर्शपाल कौर, डायरैक्टर पी.आई.एल.बी.एस. डॉ. वरिन्दर सिंह और डायरैक्टर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान डॉ. अवनीश कुमार भी उपस्थित थे।