हालही में आप सरकार द्वारा मोहाली में टूरिज्म समिट करवाई लेकिन मोहाली के जो मौजूदा टूरिस्ट पॉइंट्स है उन्हें पूरी तरह से दरकिनार किया हुआ है। यह बात जिला भाजपा के अध्यक्ष संजीव वशिष्ट ने कही। उन्होंने कहा कि सिख कौम के जरनैल बाबा बंदा सिंह बहादुर की यादगार चप्पड़चिड़ी फतेह बुर्ज और खरड़ का महाराजा अज सरोवर बाग दोनों ही एतिहासिक स्थान हैं।
लेकिन इन दोनों जगाहों को ही सरकार ने पूरी तरह से दरकिनार किया हुआ है। जिस प्रकार से श्री अमृतसर साहिब, आनंदपुर साहिब हेरीटेज शहर माने जाते हैं। उसी प्रकार से मोहाली के पास भी हेरीटेज स्थल हैं, लेकिन सरकारों द्वारा उन्हें संभाल कर नहीं रखा गया है। फतेहबुर्ज की बात की जाए तो वहां पर जाने के लिए रोड कनेक्टविटी की हालत बहुत ज्यादा बुरी है।तो वहां पर टूरिस्ट जाने से पहले ही सौ बार सोचेगा।
फतेह बुर्ज के अंदर के हालात भी बहुत ज्यादा अच्छे नहीं है। इसी प्रकार से खरड़ के महाराजा अज सरोवर बाग में बड़ी-बड़ी झाड़ियां ऊगी हुई हैं। जिन्हें देख कर ऐसा लगता है जैसे कोई जंगली एरिया हो। वहां पर भी लोगों के लिए जाना मुमकिन नहीं है। वशिष्ट ने कहा कि सरकार भले ही मोहाली को टूरिज्म के तौर पर उभारने के दावे कर रही है।
लेकिन यह दावे पूरी तरह से खोखले हैं। क्योंकि अगर सरकार सच में मोहाली को टूरिस्ट पॉइंट बनाना चाहती तो मोहाली में जो मौजूदा टूरिज्म के अवसर हैं, पहले उनपर ध्यान दिया जाता। टूरिज्म समिट सरकार का महज एक ड्रामा है तो कि मौजूदा हालातों से लोगों को ध्यान भटकाया जा सके।
मोहाली का टूरिस्ट चंडीगढ़ होता है डायवर्ट
वशिष्ट ने कहा कि आलम यह है कि मोहाली का सारा टूरिस्ट चंडीगढ़ में डायवर्ट हो रहा है। क्योंकि मोहाली के पास ऐसा कोई अपना डेस्टिनेशन हीं नहीं हैं, जहां पर टूरिस्ट आकर कुछ फुरसत के पल बीता सके। ऐसा नहीं है कि मोहाली में टूरिज्म को प्रमोट करने का स्कोप नहीं है। लेकिन बात सिर्फ साफ और सच्ची नियत की है। उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि मोहाली के मौजूदा टूरिस्ट पाइंट्स की हालत को दुरुस्त किया जाए। ताकि मोहाली में टूरिस्ट आने को मजबूर हों। इस समय तो मोहाली का टूरिस्ट भी चंडीगढ़ डायवर्ट हो रहा है।
टूरिज्म बढ़ने से बिजनेस और रोजगार दोनों में होगी बढ़ौतरी
वशिष्ट ने कहा कि अगर सरकार मोहाली में टूरिज्म को स्पोर्ट करती है तो इससे ना केवल मोहाली में टूरिस्ट इंडस्ट्री बढ़ेगी बल्कि होटल तथा अन्य कारोबारियों को भी फायदा होगा और उनका बिजनेस भी बढ़ेगा। बिजनेस बढ़ने के साथ सरकार को भी फायदा होगा और टैक्स के रूप में ज्यादा कमाई होगी। साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इसलिए सरकार को इस तरफ गंभीरता से कदम उठाने की जरूरत है।